
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में प्रभु श्री राम का एक भक्त पिछले 13 सालों से कॉपी पर ‘राम’ लिख रहा है। अब तक कुल 441 कॉपी में 451 पेन से वो 67 लाख बार ‘राम’ लिख चुका है। अब आने वाले 4 से 5 सालों में 67 लाख से 1 करोड़ बार राम का नाम लिखने का लक्ष्य है।
राम भक्त नारायण पांडेय ने भगवान राम से बेटे की मन्नत मांगी थी। हालांकि, 1 करोड़ बार राम लिखने से पहले ही मन्नत पूरी हो गई और साल 2014 में बेटे का जन्म हुआ। उनका कहना है कि अब जब लक्ष्य पूरा हो जाएगा, तब वो परिवार के साथ अयोध्या जाएंगे। वे वहां जाकर राम नाम की कॉपी मंदिर में समर्पित करेंगे।

अब पढ़िए राम भक्त की ही जुबानी…
मेरा नाम नारायण पांडेय (48) है। मैं जगदलपुर से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर बसे करीत गांव का निवासी हूं। पेशे से किसान हूं। घर के सामने एक छोटी सी किराना दुकान भी है, इससे दिनभर में 200-400 रुपए कमा लेता हूं। मेरे माता-पिता, पत्नी और तीन बच्चे हैं। पूरा परिवार प्रभु श्री राम को मानता है।
बचपन से ही मुझे रामायण पढ़ने, ढोलक बजाने और भजन-कीर्तन करने का शौक है। विवाह के बाद मेरी 2 बेटियां हुईं। सबसे बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर की बेटी के बाद बेटे की इच्छा थी, इसलिए प्रभु श्री राम से बेटे की मन्नत मांगी। इसके लिए 1 करोड़ बार कॉपी में राम नाम लिखने का लक्ष्य रखा। फिर राम नाम का जाप करने के साथ-साथ 7 जनवरी 2011 से कॉपी में राम लिखना शुरू किया।

नारायण का कहना है कि वे हर दिन करीब 2 से 3 हजार बार राम नाम लिख लेते हैं। जब समय मिले, तब राम नाम का जाप करता हूं। राम नाम लिखते-लिखते ही साल 2014 में घर में बेटे का जन्म हुआ। भगवान श्री राम ने मेरी मनोकामना सुन ली। मैंने 1 करोड़ बार राम लिखने का लक्ष्य रखा है, मन्नत भले ही पूरी हो गई है, लेकिन लक्ष्य को पूरा करूंगा।
उन्होंने बताया कि पिछले 13 सालों में अब तक 440 कॉपी में 67 लाख बार राम नाम लिख चुका हूं। 1 करोड़ बार राम लिखने के लिए 441वीं कॉपी में लिखना शुरू किया हूं। पिछले 13 सालों में इसके लिए करीब 451 पेन की स्याही भी खत्म हो चुकी है, जिसे संभालकर रखा हूं। अब आने वाले 4 से 5 सालों में एक करोड़ नाम लिखने का लक्ष्य है।

जिस दिन एक करोड़ बार राम लिखना पूरा हो जाएगा, उस दिन पूरे परिवार के साथ अयोध्या जाऊंगा। ये मेरी खुशकिस्मती भी है कि अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर भी बन चुका है। कॉपी को प्रभु श्री राम के मंदिर में समर्पित करूंगा। बेटे के साथ-साथ मेरी एक और मन्नत भी है। मुझे पूरा विश्वास है कि प्रभु ने बेटे की मन्नत तो पूरी कर दी, लेकिन जो दूसरी मन्नत है, उसे भी प्रभु पूरा कर देंगे।
बेटी बोली- मैं भी लिखूंगी ‘राम’
नारायण की बेटी गायत्री पांडेय ने बताया कि वो उनके पिता की लगन से प्रेरित हैं। अब वे भी राम नाम लिखना शुरू करेंगी। फिलहाल घर बनाने का काम चल रहा है। जिस दिन काम पूरा हो जाएगा, उस दिन से वो राम लिखना शुरू करेंगी।
