जनपद पंचायत कवर्धा के ग्राम पंचायत बरबसपुर में सुराजी गांव योजना के नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी अंतर्गत बनाए गए गौठान में छाया, पानी, चारा की सुविधा नही होने एवं वर्मी कंपोस्ट नहीं बनाए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने सूचना को संज्ञान में लिया और बरबसपुर गोठान की गतिविधिया, गोबर खरीदी, मवेशियों की उपस्थिति, जैविक खाद का निर्माण सहित गोठान समिति के कार्यो की पूरी जानकारी ली। कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल को जांच करने के निर्देश दिए।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संदीप कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन पर जनपद पंचायत कवर्धा की टीम द्वारा गौठान पहुंच कर जाँच की गई। पशुधन के लिए छाया, पानी, चारा उपलब्ध कराए जाने के संबंध में जानकारी देते हुए सीईओ जनपद पंचायत ने बताया कि बरबसपुर गौठान में 2 बोर पूर्व से स्थापित है जिसमें एक बोर से कोटना में प्रतिदिन पानी भरा जाता है। पशुधन पर बताया गया कि 319 गौवंशी एवं 34 भैंसवंशी गांव में है, जिसे प्रतिदिन ग्रामीण गौठान में लाकर छोड़ते हैं क्योंकि गौठान में पशुधन के लिए शासन द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।
इसके साथ ही यह भी शिकायत प्राप्त हुई थी की गौठान में पशुधन को बैठने के लिए शेड का निर्माण नहीं किया गया है। जबकि निरीक्षण के लिए पहुंचे दल ने पाया कि पशुधन को बैठने के लिए दो शेड का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही वर्मी कंपोस्ट निर्माण करने के लिए 30 वर्मी शेड एवं गोबर संग्रहण करने के लिए 10 नाडेफ टैंक का निर्माण महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत द्वारा पूर्व से ही किया गया है जिसका निरंतर उपयोग हो रहा है। बरबसपुर गौठान में गोधन न्याय योजना अंतर्गत योजना प्रारंभ से अभी तक 1830.58 क्विंटल गोबर क्रय ग्रामीणों से किया गया है, जिसमें से 604 क्विंटल वर्मी खाद का निर्माण हो चुका है। इस तरह इसका कन्वर्जन रेट 33 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने बताया कि बरबसपुर गौठान में पशुधन के लिए शासन द्वारा निर्धारित सभी सुविधाओं की उपलब्धता निरंतर जारी है। इसके साथ ही गोधन न्याय योजना से गोबर क्रय करते हुए खाद निर्माण का कार्य भी निरंतर हो रहा है। पशुधन के लिए छाया पानी एवं चारा की स्थाई व्यवस्था है। गौठान का देखरेख एवं आवश्यक व्यवस्था ग्राम गौठान प्रबंधन समिति एवं ग्राम पंचायत द्वारा लगातार किया जाता है। ग्रामीणों ने भी बताया कि वे अपने पशुधन को गौठान में प्रतिदिन लाते हैं क्योंकि पशुधन के लिए यहां पर सभी सुविधाएं उपलब्ध है।