मिनी स्टेडियम बनाने में देरी या लापरवाही पर होगा कलेक्टर का एक्शन!
कवर्धा। जिले में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के तहत स्वीकृत 24 मिनी स्टेडियमों के निर्माण कार्य की गहन समीक्षा कलेक्टर गोपाल वर्मा ने की। उन्होंने निर्माण एजेंसी और विभागीय अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि इन कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही, अनियमितता या गुणवत्ताहीन कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि मिनी स्टेडियम केवल खेल को बढ़ावा देने का माध्यम नहीं, बल्कि ग्रामीण युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने का जरिया भी हैं। इन स्टेडियमों से युवाओं की प्रतिभा को निखारने के साथ-साथ रोजगार सृजन और आर्थिक विकास के नए अवसर भी पैदा होंगे।
उन्होंने निर्माण प्रक्रिया में किसी प्रकार की देरी या गुणवत्ता से समझौता न करने की बात कही। यदि निर्माण कार्य में कोई भी अनियमितता या शिकायत मिलती है, तो जांच के बाद ठेकेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और उन्हें भविष्य में सरकारी कार्यों से वंचित किया जाएगा।
इस योजना के तहत जिले के 24 गांवों में मिनी स्टेडियम बनाए जाएंगे, जिनमें दौजरी, बदरा डीह, बैजलपुर-मक्के, और अन्य शामिल हैं। राज्य शासन ने इन परियोजनाओं के लिए ₹12.29 करोड़ की मंजूरी दी है। प्रत्येक मिनी स्टेडियम का निर्माण ₹51 लाख की लागत से किया जाएगा।
इन स्टेडियमों में फुटबॉल, क्रिकेट, कबड्डी जैसी खेलों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले मैदान और अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जिससे युवाओं को अपनी खेल क्षमताओं को निखारने का बेहतरीन अवसर मिलेगा।