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भोरमदेव महोत्सव 26-27 मार्च को: ऐतिहासिक धरोहर में सांस्कृतिक महाकुंभ, तैयारियां जोरों पर

कवर्धा में 26 और 27 मार्च को भव्य भोरमदेव महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर प्रांगण में आयोजित होने वाले इस महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। प्रशासन ने महोत्सव को सफल बनाने के लिए विभिन्न अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंप दी हैं।

प्रशासनिक तैयारियां शुरू, अधिकारियों को सौंपे गए दायित्व

कलेक्टर ने आयोजन को सुव्यवस्थित और भव्य बनाने के लिए अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली और कार्य विभाजन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम चयन समिति के नोडल अधिकारी जिला पंचायत सीईओ होंगे, जबकि डिप्टी कलेक्टर सहायक नोडल अधिकारी रहेंगे। आयोजन से संबंधित व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अधीक्षक को कानून-व्यवस्था, पार्किंग, पेट्रोलिंग और मोबाइल टीम की तैनाती की जिम्मेदारी दी गई है। पुलिस प्रशासन को बस स्टैंड, पार्किंग स्थल और मेला क्षेत्र में विशेष सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।

साफ-सफाई और पेयजल की व्यवस्था के तहत नगरपालिका अधिकारी को मेला स्थल, मंदिर प्रांगण और आस-पास के क्षेत्रों में स्वच्छता बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अस्थायी शौचालयों और पानी टैंकर की व्यवस्था भी की जाएगी। पेयजल आपूर्ति की जिम्मेदारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दी गई है, जो बोरिंग और टैंकरों के माध्यम से पर्याप्त जल उपलब्ध कराएगा।

वीआईपी और अतिथियों के लिए विशेष इंतजाम

महत्वपूर्ण अतिथियों के लिए आवास, सत्कार और भोजन की समुचित व्यवस्था की जा रही है। यह जिम्मेदारी आबकारी विभाग को सौंपी गई है, जो सर्किट हाउस और विश्राम गृह में विशेष व्यवस्था करेगा। पर्यटन विभाग के मोटल नागमोरी में वीआईपी अतिथियों के लिए भोजन और आवास की सुविधा उपलब्ध होगी।

स्वास्थ्य सेवाएं रहेंगी मुस्तैद

महोत्सव के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को मेला स्थल पर आपातकालीन चिकित्सा कक्ष, एंबुलेंस और चिकित्सा दल की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। प्राथमिक उपचार और जरूरी दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।

विद्युत आपूर्ति और परिवहन प्रबंधन पर जोर

महोत्सव स्थल पर बिजली आपूर्ति निर्बाध बनी रहे, इसके लिए विद्युत विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। कार्यक्रम स्थल, मंच, विश्राम गृह और अन्य प्रमुख स्थानों पर बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, बिजली कटौती या खराबी की स्थिति में वैकल्पिक जनरेटर की भी व्यवस्था की जाएगी।

रात्रिकालीन समय में आगंतुकों और अतिथियों की सुविधा के लिए परिवहन व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जा रहा है। जिला परिवहन अधिकारी को मेला स्थल तक वाहनों की सुविधा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियां रहेंगी आकर्षण का केंद्र

भोरमदेव महोत्सव में छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति के साथ-साथ बॉलीवुड के प्रसिद्ध कलाकारों के कार्यक्रम भी होंगे। आदिवासी नृत्य, बैगा नृत्य, लोकगीत और पारंपरिक संगीत से कार्यक्रम की भव्यता बढ़ेगी। आयोजन स्थल पर विभागीय प्रदर्शनियों और शिल्प कला के स्टॉल भी लगाए जाएंगे।

प्रचार-प्रसार की होगी व्यापक व्यवस्था

महोत्सव के सफल आयोजन के लिए मीडिया और प्रचार-प्रसार पर विशेष ध्यान दिया गया है। जनसंपर्क विभाग को कार्यक्रम की व्यापक जानकारी प्रसारित करने की जिम्मेदारी दी गई है। पत्रकारों और मीडिया प्रतिनिधियों के लिए विशेष सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।

प्रशासन ने कमर कसी, महोत्सव को भव्य बनाने की तैयारी

भोरमदेव महोत्सव को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर हैं। महोत्सव स्थल के सौंदर्यीकरण, मंच निर्माण, अतिथियों के स्वागत और संपूर्ण आयोजन को सुव्यवस्थित करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है। महोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए हर प्रकार की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।

भोरमदेव महोत्सव छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति, परंपरा और लोक कला का अद्भुत संगम होगा, जिसमें हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।




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Brajesh Gupta

Editor, cgnnews24.com

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