कवर्धा-: उपमुख्यमंत्री कि गृह नगर में बाई पास रोड सड़क की दुर्दशा देख पुराने जमाने को याद दिलाता है भले ही हम छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ नारा लगाते हैं किंतु धरातल की असलियत कुछ और ही बयाँ कर रही है कवर्धा बाईपास की नजारा देखने पर सड़क में गड्ढे हैं की गड्ढे में सड़क है समझ ही नहीं आता आय दिन कई घटनाओं को अंजाम दे रहा है मुझे देखकर लगता है जन प्रतिनिधि कुम्भकर्णी निद्रा में है मानो बड़ी घटना के प्रतीक्षा कर रहा हो सूखे के दिनों में धूल होली की याद दिलाता है सड़क के हिचकोले से कभी टायर पंचर हो रही है,तो कभी गाड़ी की ठुकाई तो कभी दुर्घटनाओं का अंजाम दे रही है पानी गिरने की स्थिति में कीचड़ इस तरह फैलती है जैसे घर बनाने की गारा बना रहे हो ।महिलाओ ,बच्चो ,और विद्यार्थियों को पैदल चलना मुश्किल हो जाता है।दुकानदारों व उस रोड़ के निवासियों में भारी आक्रोश ब्याप्त है विद्यार्थी दीपेश साहू ने बताया कि मैं सायकल से कई बार गिर चुका हूं पानी गिरने पर वाहन से कीचड़ परेशान करता है सूखे में धूल ने नाक में दम कर रखा है विकाश की गाथा गाने वाले जन प्रतिनिधि को महज 1 किलो मीटर की बाई पास रोड दिखाई नही पड़ रहा । भले ही वह कवर्धा में निवाश रथ हो ।कब तक विकाश के नाम पर बोट मांगते रहेंगे । चम्पा राधे ने बताया कि धूल से उन्हें बहुत एलर्जी है हमेशा तबियत बिगड़ती है। ओम बिल्डिंग मटेरियल ने बताया कि इस दीपावली में रंगों की बजाय धूल से ही घर पुताई हो रही हैं
इस तरह से कई लोगो को विकराल समस्या से जूझना पड़ रहा है अगर समय रहते इसका निराकरण नही हुआ तो वार्ड वासियों द्वारा चुनाव में सबक सिखाने की बात कही हैं व आंदोलन के चतावनी भी दी है