कवर्धा। प्रदेश सहित कबीरधाम जिले में सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा शासन काल में एक बार फिर से सरकारी महकमों में खुलेआम भ्रष्टाचार का खेल शुरू हो गया है। सरकारी विभागों और संस्थानो में बैठे आधिकारी से लेकर बाबू विकास एवं निर्माण कार्यो के साथ ही आम लोगों से जुड़े सरकारी कामकाजों को निपटाने के नाम पर जमकर चढ़ोत्री की मांग कर रहे हैं। इसकी एक बानगी बीते गुरूवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के गृह जिले की जनपद पंचायत बोड़ला में देखने को मिला। जहां जनपद पंचायत बोड़ला का एक बाबू सरपंचों से निर्माण कार्यो के एवज में 1 लाख 20 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हांथो दबोचा गया है। उक्त बातें कृषि उपज मण्डी के पूर्व उपाध्यक्ष चोवाराम साहू ने जारी बयान में कहीं। साहू ने कहा कि बीते पंद्रह सालों के भाजपा शासनकाल में भी खुलेआम भ्रष्टाचार किया गया था और अब फिर सत्ता में आने के बाद भ्रष्टाचार का खेल शुरू हो गया है। श्री साहू ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब सत्ताधारी नेताओं के संरक्षण में हो रहा है। नहीं तो किसी बाबू की क्या मजाल की वह प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के गृह जिले के सरपंचों से शासन द्वारा स्वीकृत विकास एवं निर्माण कार्यो के नाम पर इतनी बड़ी रिश्वत की मांग कर सके। पूर्व मण्डी उपाध्यक्ष ने कहा कि ये तो सरपंचो ने अच्छा किया कि इस रिश्वतखोरी की शिकायत सीधे एंटी करप्शन ब्यूरो से कर दी और भ्रष्ट बाबू पर कार्यवाही हो गई। अगर यह शिकायत शासन-प्रशासन स्तर पर या किसी औहदेदार भाजपा नेता से की गई होती तो भ्रष्टाचारी बाबू से ही रिश्वत लेकर मामला रफादफा कर दिया जाता।