- कवर्धा जेड: विद्युत विभाग के द्वारा सभी कृषि पंप उपभोक्ताओं से अपने कनेक्शनों में पर्याप्त क्षमता के अनुसार अनिवार्य रूप से कैपेसिटर लगाकर कंपनी को सहयोग प्रदान करने की अपील की गई है । विद्युत विभाग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि रबी फसल में सिंचाई हेतु पानी की अत्यधिक आवश्यकता के कारण कृषि पंप के लगातार उपयोग से असीमित रूप से बढ़ गया है यह समस्या उन क्षेत्रों में
गंभीर है , जहां पंप कनेक्शनों की बहुतायत है । सभी विद्युत पंपों में पर्याप्त क्षमता का कैपेसिटर लगाया जाना आवश्यक है । कैपेसिटर नहीं लगाए जाने से वोल्टेज ड्रॉप होता है तथा मोटर अधिक करेंट लेती है , जिससे मोटर को पानी निकालने की में क्षमता कम हो जाती है एवं जलने की संभावना भी बढ़ जाता है । इसके अलावा कुछ पंपों से एक डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर पर लोड बढ़ता है , कई वितरण ट्रांसफार्मर से 11 केवी लाइनों पर फिर 33/11 के की उपकेंद्रों पर तथा 33 केवी लाइनों , इस प्रकार पूरे ट्रांसमिशन सिस्टम पर लोड बढ़ता है , जिससे अधिक लो वोल्टेज विद्युत विभाग ने कृषकों से की अपील की समस्या आ जाती है । इस स्तिथि में न सिर्फ विद्युत कंपनी बल्कि सभी कृष कों , राज्य तथा राष्ट्रको क्षति होती है । इस समस्या के सम्मान के लिये स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी अपने स्तर विद्युत विभाग के द्वारा पंप की क्षमता एवं उसमें लगाये जाने वाले कैपेसिटर के बारे में भी जानकारी दी गई है , जिसके अनुसार 0 से 3 एचपी तक 1 केवीएआर 3 से 5 एचपी तक 2 केवीएआर , 5 से 7.50 एचपी तक 3 . कवीएआर एवं 7.50 से 10 एचपी तक 4 कवीएआर का कैपेसिटर अनिवार्य रूप से लगाने की बात कही गई है । पर हर संभव प्रयास कर रही है , जैसे नए उपकेंद्र की स्थापना अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मरों की स्थापना , ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता वृद्धि , स्टेशनों में कैपेसिटर बैंक की स्थापना । लेकिन सभी कृषकों के सहयोग के बिना स्तिथि को सुधार पाना संभव नहीं है । अतः विभाग के द्वारा सभी कृषकों से अपने पंप ट्यूबवेल कनेक्शन में पर्याप्त क्षमता का कैपेसिटर लगाने
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