कबीरधामकवर्धा

ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से नुकसान का आंकलन करने खेतों में पहुंची सर्वे टीम

जिले के बीस हजार किसानां ने पोर्टल में फसल क्षति की सूचना दर्ज करा

कवर्धा, 21 मार्च 2024। कबीरधाम जिले में बीते चार दिनों से लगातार हो रही बेमौसम बारिश से रबी फसल चना, गेहू और उद्यानिकी फसल पपीता और केला के फसल को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। कलेक्टर  जनमेजय महोबे के निर्देश पर फसल क्षति का सर्वे करने राजस्व, कृषि, उद्यानिकीय और बीमा कंपनी की संयुक्त टीम पहुंच कर काम शुरू कर दिया है। संयुक्त सर्वे टीम को रबी फसलो में चना, गेहू और उद्यानिकीय फसलों में पपिता और केली की फसलों में क्षति पहुंचने की जानकारी समाने आ रही है। कलेक्टर ने तहसीलवार ओलावृष्टि और बारिश वालें क्षेत्रों सहित सभी फसलों की क्षति का आंकलन करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने बीमा और बिना बीमा दोनों प्रकार के फसलों को सर्वे करने के निर्देश दिए है,ताकि दोनों प्रकार के किसानों राहत मिल सके। कवर्धा तहसील के दशरंगपुर, भागुटोला, बोड़ला तहसील के ग्राम महराजपुर सहित आसपास के गांवों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का नजरी आंकलन करने कलेक्टर स्वयं खेतों तक पहुंचे। इसी प्रकार कवर्धा, बोड़ला, सहसपुर लोहरा और पंडरिया तहसील के अंतर्गत राजस्व, कृषि, उद्यानिकीय और बीमा कंपनी की संयुक्त टीम द्वारा सर्वे का काम किया जा रहा है।

सर्वे टीम द्वारा किसानों को यह भी जानकारी दी जा रही है कि जिन-जिन किसानों ने अपने फसलों का बीमा नहीं कराया है, ऐसे फसलों की क्षति पूर्ति राजस्व पुस्तक परिपत्र 6/4 के तहत सहायता राशि दी जाएगी। इसी प्रकार बीमा कंपनी द्वारा भी प्रकरण तैयार किया जा रहा है। कृषि उपसंचालक ने बताया कि जिले में अब तक 20 हजार से अधिक किसानों ने अपने ओला वृष्टि और बेमौसम बारिश से फसलों को क्षति पहुंचने का बीमा की पोर्टल में शिकायत अथवा सूचना दर्ज कराया है। यह संख्या और बढ़ सकती है।

जिले के किसान बेमौसम बारिश से हुई फसल क्षति की शिकायत तत्काल दर्ज कराए

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने जिले में दो तीन से असामयिक वर्षा और ओलावृष्टि से प्रभावित किसानां को बीमित एवं क्षतिपूर्ति की सहायता राशि दिलाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होने जिले के किसानां से अपील करते हुए कहा की बेमौसम बारिश से हुई फसल क्षति की शिकायत तत्काल दर्ज कराए। उन्होंने कहा की किसान अपने फसल क्षति के सम्बन्ध में क्रियान्वयक बीमा कंपनी को सीधे उनके टोल फ्री नंबर 18002095959,कंपनी के फार्ममित्र एप या उनके व्हाट्सेप नंबर 7030053232 के माध्यम से भी फसल नुकसान होने के 72 घंटे के भीतर शिकायत के रूप में दर्ज करा सकते हैं। जिले में असामयिक वर्षा दर्ज की गई है, जिससे फसल बीमा अंतर्गत गेहू सिंचित, गेंहू असिंचित, चना, अलसी एवं राई-सरसों अधिसूचित फसलों को नुकसान होने की स्थिति निर्मित हुई है। जिन किसानों के द्वारा इन फसलां का बीमा कराया गया है, ऐसे बीमित किसान का फसल नुकसान होने पर बीमा के प्रावधान के तहत बीमित किसान अपने फसल नुकसान की सूचना बीमा कंपनी के पास शिकायत के रूप में दर्ज करा सकते हैं। कृषि विभाग द्वारा जिले के किसानों से अनुरोध करते हुए कहा कि अपने फसल क्षति के सम्बन्ध में क्रियान्वयक बीमा कंपनी को सीधे उनके टोल फ्री नंबर 18002095959 अथवा कंपनी के फार्ममित्र एप या उनके व्हाट्सेप नंबर 7030053232 के माध्यम से भी फसल नुकसान होने के 72 घंटे के भीतर शिकायत के रूप में दर्ज करा सकते हैं। फसल क्षति की सूचना देते समय किसान अपने साथ अपनी फसल सम्बन्धी जानकारी, किसान आवेदन आई.डी., खाता नंबर, आधार नंबर, भूमि सम्बन्धी विवरण तथा मोबाइल नंबर का विवरण जरुर सांथ में रखे।

बेमौसम बारिश से हुई फसल क्षति का आंकलन करे

कलेक्टर  जनमेजय महोबे ने कृषि विभाग, राजस्व विभाग एवं बीमा कंपनी को संयुक्त दल गठित कर बेमौसम बारिश से हुई फसल क्षति का आंकलन तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए है। फसल क्षति की सूचना उपरांत बीमित किसानों में से प्रभावित किसानों को उनके फसल नुकसान आंकलन के आधार पर प्रावधान अनुसार क्षति पूर्ति राशि प्रदाय की जायेगी। इसी प्रकार जिन किसानों ने फसल बीमा नहीं कराएं है, वे सभी किसान अपने फसल क्षति की सूचना अपने ग्राम पटवारी के माध्यम से राजस्व विभाग को देते हुए आर बी सी 6-4 के तहत मुआवजा के लिए आवेदन कर सकते है।

Brajesh Gupta

Editor, cgnnews24.com

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