
कवर्धा 15 मई 2025। राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर स्थानीय शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कवर्धा में एक विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष की थीम जांच करें, साफ़ करें, ढके डेंगू को हराने के उपाय है, जिसका उद्देश्य समुदाय में डेंगू की रोकथाम और उससे बचाव के प्रति व्यवहार परिवर्तन को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम में वाद-विवाद प्रतियोगिता और मॉडल निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय है क्या डेंगू की रोकथाम में जनजागरूकता सरकारी प्रयासों से अधिक प्रभावशाली है इस प्रतियोगिता में 16 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति भाग ले सकते हैं। वहीं, मॉडल निर्माण प्रतियोगिता में प्रतिभागी डेंगू मच्छर के जीवन चक्र, फैलाव के स्रोत, और रोकथाम के उपायों को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत करेंगे। मॉडल प्रतियोगिता में 10 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति भाग ले सकते हैं।
डेंगू क्या है
डेंगू एक वायरल संक्रमण है, जो संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर दिन में काटता है और साफ, ठहरे पानी में पनपता है। बारिश के मौसम में डेंगू के मामले अधिक बढ़ते हैं।
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार, सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते, उल्टी, थकान, प्लेटलेट्स की कमी और रक्तस्राव (गंभीर स्थिति में) है।
डेंगू से बचाव के लिए तीन कदम
जांच करें : घर और आसपास हर सप्ताह पानी जमा होने वाले स्थानों की जाँच करें।
साफ़ करे ंः कूलर, टंकी, गमले, पुराने टायर आदि की सफाई करें।
ढके : सभी जल पात्रों को ढककर रखें, ताकि मच्छर अंडे न दे सकें।
उपचार
डेंगू का कोई विशेष टीका या दवा नहीं है। लक्षणों के आधार पर उपचार किया जाता है। मरीज को भरपूर तरल पदार्थ दिए जाएं और पैरासिटामोल दी जा सकती है। एस्पिरिन व आइबुप्रोफेन से बचना चाहिए। प्लेटलेट्स गिरने पर चिकित्सकीय देखरेख जरूरी है। बिना डॉक्टर के सलाह के कोई भी दवा ना लें।
सामुदायिक भागीदारी की भूमिका
कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य कर्मी, छात्र-छात्राएं, स्थानीय नागरिक व स्वयंसेवी संस्थाएँ सक्रिय रूप से भाग लेंगी। विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। यह आयोजन लोगों को यह संदेश देगा कि डेंगू की रोकथाम हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है, और “जांच करें, साफ़ करें, ढके“ के सरल नियम अपनाकर हम डेंगू पर विजय पा सकते हैं।
