कवर्धा, 28 नवंबर 2024। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने आज बृहस्पतिवार को कबीरधाम जिले के अवसर पर कवर्धा जिला कार्यालय के सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने नशामुक्ति अभियान, भिक्षावृत्ति उन्मूलन और विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति के जीवनस्तर में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया। राज्यपाल ने कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही विकास के लक्ष्यों को पूरा किया जा सकता है। समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। बैठक में आदिमजाति विकास विभाग के सचिव सोनमणी बोरा, राज्यपाल के अवर सचिव सुश्री अर्चना पांडेय, एडीसी सुनील शर्मा, कलेक्टर गोपाल वर्मा, पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र सिंह छवई, वनमंडलाधिकारी शशि कुमार और जिला पंचायत सीईओ श्री अजय त्रिपाठी सहित सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने बैठक में जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा- आदिवासी के शैक्षणिक,आर्थिक,समाजिक विकास के साथ उन्हें रोजागर के अवसरों प्रदान करने के लिए कहा। उन्होंने युवाओं के लिए कौशल विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक संगठनों के अनुभव का उपयोग करते हुए बैगा युवाओं को शिक्षा, प्रशिक्षण और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जा सकते हैं। उन्होंने बैगा युवाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने और उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने की प्रक्रिया को प्राथमिकता देने को कहा।
गंभीर बीमारियों से राहत के लिए समन्वित प्रयास हो
राज्यपाल डेका ने टीबी (क्षयरोग) और सिकल सेल जैसी गंभीर बीमारियों के उन्मूलन के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मेडिकल यूनिट की व्यवस्था, व्यापक सर्वेक्षण और जागरूकता अभियान के माध्यम से इन बीमारियों से प्रभावित क्षेत्रों में सुधार किया जा सकता है। उन्होंने मरीजों को समय पर जांच, दवाइयों की उपलब्धता और पोषण सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
नशामुक्ति और भिक्षावृत्ति उन्मूलन के लिए ठोस कदम
राज्यपाल डेका ने नशे के दुष्प्रभावों से समाज को बचाने के लिए व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने और युवाओं को शिक्षा, रोजगार तथा खेलकूद से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने भिक्षावृत्ति के उन्मूलन के लिए पुनर्वास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने और भिक्षुकों को समाज की मुख्यधारा में लाने की अपील की।
स्व सहायता समूहों को सशक्त करने पर जोर
राज्यपाल ने स्व सहायता समूहों को स्टार्टअप योजनाओं से जोड़ने और उनके सदस्यों को व्यवसायिक प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता तथा विपणन सुविधाएं प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन समूहों को उद्यमिता के लिए आवश्यक कौशल प्रदान कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सकता है।
सड़क सुरक्षा और जैविक खेती पर चर्चा
राज्यपाल ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हेलमेट उपयोग को बढ़ावा देने वाले अभियान चलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हेलमेट पहनने की आदत को प्रोत्साहित करना लोगों की जान बचाने के लिए बेहद आवश्यक है। उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया।
पुरातत्व महत्व के स्थलों का संरक्षण
राज्यपाल ने जिले के पुरातत्व महत्व के स्थलों पर चर्चा करते हुए उनके संरक्षण और विकास के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही। राज्यपाल ने इसके अलावा बैठक में महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, वन, पंचायत, जल संसाधन, मनरेगा, पुलिस, पुरातत्व, आदिवासी विकास, रेडक्रॉस, एनसीसी और पीएम जनमन सहित सभी विभागों की योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती मोनिका कौड़ौ, बोड़ला एसडीएम श्री विनय पोयाम, कवर्धा एसडीएम अनुपम टोप्पो सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।