कवर्धा:- नए शिक्षा सत्र 2023-24 के लिए आज कबीरधाम जिले के सभी स्कूलों में उत्साह के साथ शाला प्रवेश उत्सव मनाया गया। जहां नए बच्चों को स्कूल प्रवेश करने पर उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। इसी कड़ी में कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कवर्धा विकासखंड के ग्राम मजगांव और ग्राम बिरनपुर में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के नव प्रवेशी विद्यार्थियों को तिलक लगाकर, माला पहनाकर तथा उन्हें मिठाई खिलाकर शाला प्रवेश कराया। उन्होंने विद्यार्थियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं, प्राचार्यों और अभिभावकों को नए शिक्षा सत्र के शुभारंभ और शाला प्रवेशोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कहा कि बचपन में पहला गुरु माता और पिता है, उसके बाद जब हम स्कूल में प्रवेश करते है, तो शिक्षक हमारे गुरु होते है। गुरु के माध्यम से ही हमे मार्गदर्शन मिलता है और आगे बढ़ने के लिए रास्ते खुलते है। हमे अपने माता पिता और गुरु के आशीर्वाद के साथ ज्ञान, अनुशासन और शिक्षा के साथ अपने जीवन का लक्ष्य चुनकर आगे बढ़ना चाहिए। इससे निश्चित ही स्वाभिमान, मजबूत विश्वास और परिश्रम के साथ लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे ही हमारे आने वाले भविष्य है। इसके माध्यम से ही हमारा राज्य और देश सम्पन्नता की ओर बढ़ सकता है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी एम. के गुप्ता, जिला मिशन समन्वयक विनोद श्रीवास्तव, सहायक कार्यक्रम समन्वयक राकेश चंद्रवंशी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री संजय जायसवाल, बीआरसी जलेश चंद्रवंशी सहित पालक, शाला विकास समिति अध्यक्ष, सदस्य सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
कलेक्टर ने तिलक लगाकर व मिठाई खिलाकर छात्रों को कराया शाला प्रवेश
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने विकासखंड कवर्धा के ग्राम मजगांव और ग्राम बिरनपुर में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर स्कूली बच्चों को तिलक लगाकर, माला पहनाकर तथा उन्हें मिठाई खिलाकर शाला प्रवेश कराया। इस मौके पर उन्होंने स्कूली बच्चों को गणवेश, पुस्तकें का भी वितरण किया। कलेक्टर ने विद्यार्थियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं, प्राचार्यों और अभिभावकों को नये शिक्षा सत्र के शुभारंभ और शाला प्रवेशोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि यही बच्चे हमारा भविष्य हैं और इन बच्चों को शिक्षा का उचित वातावरण देना हमारी जिम्मेदारी है ताकि इनका पढ़ाई में मन लगा रहे।
गांव के शाला त्यागी, शिक्षा से वंचित सभी बच्चे को शाला प्रवेश कराएं
कलेक्टर महोबे ने शाला समिति और अभिभावकों से चर्चा कर बच्चों के पढ़ाई के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गांव के सभी बच्चों को स्कूल में प्रवेश करवाना है। एक भी बच्चा पढ़ाई से वंचित नहीं रहना चाहिए। जो शाला त्यागी बच्चे है उन्हे पढ़ने के लिए प्रेरित करे और शाला में प्रवेश कराएं। इस दौरान उन्होंने अभिभावकों को सभी के आधार कार्ड और मतदाता सूची में नाम शामिल करने की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिनकी आयु 1 अक्टूबर को 18 वर्ष पूरा हो गए है और गांव में नव विवाहित महिला है, सभी का नाम मतदाता सूची में नाम जरूर जोड़ाए।
कलेक्टर ने नव प्रवेशी बच्चों के साथ ली सेल्फी
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने ग्राम बिरमपुर के प्राइमरी स्कूल में बनाए गए सेल्फी जोन में नव प्रवेशी बच्चे के साथ सेल्फी ली। यहां बताया गया की नव प्रवेशी विद्यार्थियों के लिए शाला प्रवेश उत्सव पर पुष्प माला, चंदन, रोली से स्वागत के साथ ही आकर्षक शाला परिसर में सेल्फी जोन या सेल्फी बूथ तैयार किया गया है। शाला प्रवेश उपरान्त निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें, गणवेश के साथ अथवा अभिभावक या शिक्षक के साथ नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए सेल्फी पाईन्ट उपलब्ध कराकर शाला प्रवेश उत्सव को विद्यार्थी, विद्यालय, शाला प्रबंध समिति, पालक व शिक्षक के लिए यादगार बनाया जा सकता है।
कलेक्टर ने स्कूली बच्चों को शाला प्रवेश कराने के बाद उनके साथ किया भोजन, परखा भोजन की गुणवत्ता
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने स्कूली बच्चों को शाला प्रवेश कराने के बाद उनके साथ भोजन भी किया। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता को परखने के लिए स्वयं बच्चों के साथ बैठकर भोजन ग्रहण किया। कलेक्टर के साथ भोजन करने का बच्चों में नया उत्साह था। उन्होंने भोजन के दौरान सहजता से बच्चों से बातचीत भी की। कलेक्टर ने भोजन करने के बाद कहा कि खाने की गुणवत्ता अच्छी है। उन्होंने स्कूल में भोजन करने के बाद रसोइया को राशि का भुगतान भी किया।