•कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों में रहा सबसे ज्यादा मत और वोट प्रतिशत का अंतर
कवर्धा -छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे रविवार को घोषित किए गए। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत हुई। बीजेपी को 55 सीटें मिली है तो वहीं, कांग्रेस के हाथ 35 सीटें आई हैं। गोंगपा को सिर्फ एक सीट मिली है। इस दौरान कवर्धा जिले की दो सीटों कवर्धा और पंडरिया में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज की है।
इस दौरान भावना बोहरा ने कहा कि मैं सबसे पहले पंडरिया विधानसभा की जनता जनार्दन का हृदय से आभार व्यक्त करती हूँ की चुनाव प्रचार से लेकर नतीजों तक उन्होंने अपना भरपूर स्नेह, समर्थन और आशीर्वाद मुझे प्रदान किया। यह जीत पंडरिया के हर एक व्यक्ति की जीत है, उनकी आकाँक्षाओं और क्षेत्र के विकास के लिए उनके विश्वास की जीत है जिस पर खरा उतरने के लिए मैं अपनी क्षमता से भी बढ़कर कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हूँ। मैनें अपने पंडरिया के परिवारजनों से जो भी वादे किये हैं वो सभी उनके सहयोग एवं आशीर्वाद से मैं जरुर पूरा करुँगी और पंडरिया विधानसभा को हम पूरे छत्तीसगढ़ के सभी विधानसभाओं से विकास कार्यों में सबसे आगे रखने के लिए एकजुट होकर कार्य करेंगे। इसके लिए पंडरिया विधानसभा की प्रबुद्ध जनता का मार्गदर्शन मुझे हमेशा मिलता रहेगा यह मुझे पूरा विश्वास है। मैं भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय व प्रदेश नेतृत्व का भी आभार व्यक्त करती हूँ की उन्होंने मुझ पर विश्वास जताया और इतनी बड़ी जिम्मेदारी मुझे दी। उनके विश्वास और चुनाव के दौरान दिन रात एक करने वाले सभी कार्यकर्ता साथियों एवं पदाधिकारियों का भी आभार व्यक्त करती हूँ मेरी इस जीत में उन सभी का विशेष योगदान है।
*भावना को मिले ऐतिहासिक 51 प्रतिशत वोट*
पंडरिया विधानसभा की अगर बात करें तो अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उसमें भाजपा से भावना बोहरा ने 51 प्रतिशत वोट के साथ सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। भावना बोहरा ने कांग्रेस के नीलू चंद्रवंशी को 26398 वोटों से शिकस्त देते हुए अब तक पंडरिया विधानसभा में ऐतिहासिक 51 प्रतिशत वोट हासिल किये। वोट प्रतिशत के आधार पर देखा जाए तो पंडरिया विधानसभा में 2008, 2013 और 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में अब तक भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत के साथ भावना बोहरा ने जीत दर्ज की है।
*393 में से 242 से ज्यादा बूथ में जीती भाजपा*
मतदाता और बूथ की दृष्टि से देखा जाए तो पंडरिया विधानसभा में 393 बूथ हैं जो लगभग अन्य विधानसभा की तुलना में अधिक हैं। वहीं मतदाता की दृष्टि से भी पंडरिया विधानसभा एक बड़ी विधानसभा है। इसमें भाजपा से भावना बोहरा ने 393 बूथ में से 242 से अधिक बूथ में जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस के नीलकंठ चंद्रवंशी को हराया है। इससे यह स्पष्ट है कि पंडरिया विधानसभा की जनता ने इस बार क्षेत्र के विकास और प्रत्याशी की छवि को प्राथमिकता देते हुए मतदान किया है। जनता ने इस बार प्रत्याशी के द्वारा किये गए कार्यों एवं पूर्व में भावना बोहरा द्वारा किये गए कार्यों और उनके द्वारा पंडरिया विधानसभा के लिए निजी तौर पर जारी किये गए घोषणा पत्र पर विश्वास जताते हुए अब तक की सबसे बड़ी जीत उन्हें दिलाई।
*केंद्रीय मंत्रियों की सभाओं ने भी पंडरिया को बनाया हॉट सीट*
छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केन्द्रीय नेताओं एवं प्रदेश प्रभारियों ने जमकर मेहनत की। पंडरिया विधानसभा में भी अमित शाह, जे.पी.नड्डा और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभा को संबोधित किया और भावना बोहरा के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। यहां देखने वाली एक बात यह भी रही की भावना बोहरा के निवास ग्राम पंडरिया में गृह मंत्री अमित शाह की सभा में हजारों की संख्या में लोगों की उपस्थिति रही। इससे साफ़ हो गया था की जनता आखिर किसे इस बार जिताना चाहती थी और 3 दिसंबर को जनता का जनादेश भाजपा के पक्ष में देखने को मिला।
*मोदी और भावना की गारंटी पर जनता ने जताया विश्वास*
विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी किये। भारतीय जनता पार्टी ने इस बार मोदी की गारंटी के नाम से अपना घोषणा पत्र जारी किया जो की जनता और खासकर महिलाओं के बीच काफी प्रभावी रहा। महतारी वंदन योजना के तहत प्रत्येक महिला को प्रतिमाह 1000 रुपए की घोषणा भाजपा का मास्टर स्ट्रोक रहा। इसके साथ ही दो वर्ष का बकाया धान बोनस और 3100 रुपए में 21 क्विंटल/एकड़ धान खरीदी, 18 लाख नए आवास, युवाओं के लिए 1 लाख शासकीय पदों में भर्ती और 6 लाख रोजगार की घोषणा ने प्रदेश में चुनाव को भाजपा के पक्ष में मोड़ने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। इसके साथ ही भावना बोहरा ने भी पंडरिया विधानसभा के लिए निजी तौर पर भावना दीदी की गारंटी सेवा संकल्प पत्र भी लांच किया जिसपर जनता ने पूरा विश्वास जताया। भावना बोहरा द्वारा जिला पंचायत चुनाव के दौरान किये गए अपने सभी वादों को अपने क्षेत्र में पूरा किया, जिन्हें देखते हुए जनता ने उनके वादों को गंभीरता से लिया और उनकी छवि तथा जनसेवा के उनके द्वारा किये गए कार्यों को भी जनता ने भली भांति देखा है जिससे उनके प्रति जनता में एक सकारात्मक प्रभाव भी दिखा।
भावना बोहरा ने अपने घोषणा पत्र में मुख्य रूप से महिला, युवा, शिक्षा और स्वास्थ्य के मूलभूत जरूरतों एवं विकास कार्यों को शामिल किया। उनके द्वारा जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण व अन्य किसी भी प्रकार की दुविधाओं के निराकरण के लिए जनसेवा ही भावना सेवा सुविधा केंद्र की स्थापना,अपने जिला पंचायत क्षेत्र में संचालित छात्राओं के लिए निशुल्क बस सेवा को पूरे विधानसभा में संचालित करने की घोषणा, महिलाओं के लिए कौशल विकास केंद्र, महिला स्वसहायता समूह एवं मितानिनों के लिए भवन, रायपुर में पंडरिया आवासीय भवन, निशुल्क मोबाइल हेल्थ पैथ लैब, निशुल्क एम्बुलेंस सेवा, रायपुर में पंडरिया के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास, पंडरिया में महाविद्यालय की स्थापना, स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स, दिव्यांग कल्याण क्लब, नए शक्कर कारखाने की स्थापना व शेयर ट्रांसफर की पुनः शुरुआत, किसान समृद्धि भवन, सुतियापाट नहर विस्तारीकरण, कुकदुर में एकलव्य विद्यालय की स्थापना, आदिवासी क्षेत्रों में विकास कार्य के साथ-साथ सड़क,ब्जिली,स्वच्छ पानी, नाली निर्माण जैसे मूलभूत व आवश्यक कार्यों को पूर्ण करने की घोषणा जनता के बीच प्रभावी रूप में पहुंची। विगत वर्षों में भावना बोहरा की कार्यशैली, जनसेवा के कार्य, जरुरतमंदों की सहयता व अन्य सामाजिक, धार्मिक एवं राजनैतिक कार्यों ने जनता के बीच में उनके एक विशेष छवि निर्मित की और पंडरिया विधानसभा की जनता ने उनके इन्हीं कार्यों को देखते हुए उन्हें अपना वोट दिया है।
*बूथ स्तर पर अब तक की सबसे बड़ी जीत*
पंडरिया विधानसभा में कुल 7 मंडल हैं जिसमें 393 बूथ हैं। वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने यहां से केवल 67 बूथ जीते थे लेकिन 2023 में ऐतिहासिक बढ़त बनाते हुए 242 से अधिक बूथ पर भाजपा ने जीत प्राप्त की। इन 242 बूथों में से 174 ऐसे बूथ हैं जिनमे 2018 में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इस बार भाजपा ने इन बूथों में बेहतर प्रदर्शन करते हुए बहुमत से जीत दर्ज की है। इसके साथ ही इन 174 में से 22 बूथ ऐसे है जिनमें 2018 में भाजपा को 100 से भी कम वोट मिले थे और 2023 में भाजपा ने इन बूथों पर कड़ी मेहनत करते हुए जीत हासिल की है। भाजपा ने रणवीरपुर मंडल की 86 में से 60 बूथ जिसमें जीत का अंतर 10000 से अधिक रहा, पांडातराई मंडल की 42 में 29 बूथ, इंदौरी मंडल की 57 में से 39 बूथ, कुंडा मंडल की 70 में से 46 बूथ और पंडरिया की 49 में से 28 बूथ पर भाजपा की भावना बोहरा ने जीत दर्ज करते हुए 26 हजार से अधिक वोट से अपनी जीत सुनिश्चित की।