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उप राष्ट्रपति बोले- सैनिक की तरह ही हैं कृषि वैज्ञानिक

रायपुर में संजीवनी धान के प्रोडक्ट किए लॉन्च, कहा- ड्रोन का उपयोग करें

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शनिवार को रायपुर में कृषि विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने छात्रों से कहा कि, विकसित भारत बनाने में आपकी भूमिका एक सैनिक की तरह है। इस दौरान उन्होंने यूनिवर्सिटी की ओर से तैयार किए गए संजीवनी धान के प्रोडक्ट भी लॉन्च किए।

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय का यह 38वां स्थापना दिवस कार्यक्रम था। यहां जगदीप धनखड़ के साथ मुख्यमंत्री साय भी शामिल हुए। धनखड़ ने कहा कि, विकसित भारत 2047 हमारा सपना नहीं बल्कि लक्ष्य है। और हम इस लक्ष्य की ओर तेजी से जा रहे हैं। हम हर क्षेत्र में वर्ल्ड लीडर हैं।

कृषि विश्वविद्यालय परिसर में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने पौधा रोपण किया।
कृषि विश्वविद्यालय परिसर में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने पौधा रोपण किया।

टेक्नोलॉजी का करें इस्तेमाल

धनखड़ ने आगे कहा कि सबसे अधिक डिजिटल ट्रांजेक्शन हमारे भारत में होते हैं। भारतीयता हमारी पहचान है और इस पर हमें गर्व है। कभी असफल होने के डर से किसी चीज को आगे नहीं बढ़ाएंगे तो आपका नुकसान कम और देश का नुकसान ज्यादा है। कृषि में जितने स्टार्टअप की संभावना है। उसका इस्तेमाल करें। सभी बड़े बड़े उद्योग ऐसा ही कर रहे हैं।

उन्होंने छात्रों से कहा कि, आप किसानों को कृषि उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग और कृषि उत्पादों में वेल्यू एडिशन के लिए प्रोत्साहित करें। हमारे किसान भी खेती किसानी में ड्रोन टेक्नालॉजी का उपयोग करें। इसके लिए भी उन्हें प्रोत्साहित किया जाए।

कृषि विश्वविद्यालय परिसर में लगाए स्टॉल का निरीक्षण करते हुए धनखड़।
कृषि विश्वविद्यालय परिसर में लगाए स्टॉल का निरीक्षण करते हुए धनखड़।

इससे पहले कृषि विश्वविद्यालय परिसर में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मौल श्री का पौधा रोपण किया। धनखड़ ने कृषि स्टार्ट अप, बायोटेक और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। कार्य्रकम के दौरान उपराष्ट्रपति धनखड़ ने संजीवनी राइस का शुभारंभ भी किया। उनके साथ राज्यपाल और सीएम विष्णुदेव साय भी मौजूद रहे।

उपराष्ट्रपति ने संजीवनी राइस का लोकार्पण किया।
उपराष्ट्रपति ने संजीवनी राइस का लोकार्पण किया।

यूनिवर्सिटी ने 160 से अधिक किस्में विकसित की है

मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में कहा कि, कृषि विश्वविद्यालय ने कृषि शिक्षा, अनुसंधान और प्रसार के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य किया है। विश्वविद्यालय की ओर से कई फसलों की 160 से अधिक किस्में विकसित की गई हैं और 100 से अधिक उन्नत कृषि तकनीकों का भी विकास किया गया है।

उत्तर में बलरामपुर से लेकर दक्षिण में सुकमा तक कृषि महाविद्यालय, अनुसंधान केन्द्र एवं कृषि विज्ञान केन्द्र का मजबूत नेटवर्क विश्वविद्यालय के पास है। इस नेटवर्क की सहायता से विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के कृषि-विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

ब्रेस्ट कैंसर में फायदेमंद छत्तीसगढ़ का संजीवनी धान:रायपुर में 6 साल की रिसर्च के बाद कृषि विश्वविद्यालय में किया गया तैयार

छत्तीसगढ़ के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में धान की एक किस्म तैयार की गई है जो कैंसर में भी फायदेमंद है। इस बात का दावा करने वाले इंदिरा गांधी कृषि विश्विवद्यालय के वैज्ञानिकों ने किया है। धान की इस किस्म को संजीवनी नाम दिया गया है।

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Brajesh Gupta

Editor, cgnnews24.com

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