कबीरधामकवर्धा

सड़क हादसे और दुर्घटना रोकने रोड मैप तैयार

नशा कर वाहन चालाने वाले चालकों पर कार्यवाही करने के दिए निर्देश

कबीरधाम जिले में शहर और राष्ट्रीय राजमार्गों सहित अन्य स्थलां पर होनी वाली सड़क हादसे और दुर्घटनों को रोकने के लिए बनाई गई कलेक्टर जनमेजय महोबे की अध्यक्षता वाली जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लगातार हो रहे सड़क दुर्घटनाओं एवं हादसों पर काफी चिंता जताई गई है। बैठक में दोपहिया वाहनों स्कूटी, बाईक या कार या अन्य वाहनों के साथ होने वाली सड़क दुर्घटनों की तीन प्रमुख कारण सामने आई है। इन तीन प्रमुख वजहों में पहला शराब या अन्य नशे के सेवन में वाहन चलाना, दूसरा स्कूटी व अन्य वाहनों की हाई स्पीड और तीसरा प्रमुख कारण स्कूली विद्यार्थियों को उनके माता-पिता व अन्य अभिभवकों द्वारा स्कूटी या अन्य भारी दुपहियां वाहनों की चलाने की अनुमति देना। साथ ही बिना हैलमेट के वाहन चलाना सड़क हादसे के शिकार होना भी प्रमुख कारणों में शामिल है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में इस नए वर्ष 2024 की जनवरी से लेकर बहुत कम समय में अधिक सड़क दुर्घटना और हादसें के शिकार पर गंभीर चिता जताते हुए सड़क हादसे और दुर्घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए रोड़ मैप तैयार किया गया है। कलेक्टर ने जिले के भीतर सभी ऐसे शैक्षणिक स्थान स्कूल, आश्रम-छात्रावास या आंगनबाड़ी केन्द्र जो प्रमुख मार्गों पर संचालित है, ऐसे प्रमुख मार्गों में सावधान बोर्ड लागने के लिए निर्देशित किया है। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस विकास कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरिश राठौर, जिला परिवहन अधिकारी मोहन साहू सहित समिति के अन्य पदाधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में एक-एक सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा की गई है। समीक्षा में सड़क हादसें और दुर्घटना के तीन प्रमुख कारण ज्यादातर घटनाओं में सामने आई है। बैठक में बताया गया कि बीते महज डेढ़ माह में जिले के भीतर 31 सड़क दुर्घटना के प्रकरण सामने आई है। इन सड़क दुर्घटनाओं में 14 लोगों की मृत्यु और 24 लोग घायल हुए है। कलेक्टर महोबे ने नशा कर वाहन चालने वाले चालकों, हाई स्पीड़ चलाने वाले चालकों और स्कूटी और अन्य वाहन चालने वाले नाबालिक वाहन चालकों पर एक अभियान चलाकर कठोरता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने हैलमेट की अनिवार्यता पर विशेष जोर देने के निर्देश दिए है।
बैठक में जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग, राजमार्ग और जिले के अंदर प्रमुख बड़े मार्गों पर होने वाले स़ड़क हादसों की समीक्षा की गई। समीक्षा में जिले के भीतर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और हादसों में नियंत्रण करने के लिए रोड़ मैप तैयार किया गया है। इस रोड मैप के मुताबिक जिले के राष्ट्रीय राजमार्गों और अन्य प्रमुख मार्गों पर होने वाले सड़क हादसों स्थल का चिन्हांकित किया गया है। इस चिन्हांकित स्थलों पर एनएच के प्रमुख चौहारा और तिराहा स्थलों पर सड़क दुर्घटनों को नियंत्रण करने के लिए रंबल स्ट्रीप बनाने के निर्देश दिए है। इसके लिए एनएच के अधिकारी को कार्ययोजना बनाने के लिए कहा गया है। इसी प्रकार एनएच को जोड़ने वाले सभी प्रमुख सड़कों पर मुख्य मार्ग के भीतर कुछ ही दूरी पर स्पीड़ ब्रेकर बनाने के लिए लोक निर्माण एवं संबंधित संड़कों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश को जोड़ने वाली जिले के प्रमुख सड़क मार्ग पंडरिया-कुई-कूकदूर से बागाज मार्ग स्थित आगरपानी घाट को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हांकि किया गया है। यह घाट पर यात्री बस सहित अन्य वाहना हादसे के शिकार हो गए है। कलेक्टर महोबे ने इस स्थल पर लगे कै्रश बेरियर को सुधार करने और जहां नहीं लगी है उन स्थलों पर कै्रस बैरियर लगाने के साथ घाट को सुगम सड़क बनाने की दिशा में काम करने और कार्य योजना बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया है।
बैठक में यह बात भी सामने आई है कि गन्ना उत्पादकों द्वारा यातायात नियमों के विरूद्ध गन्ना की ढुलाई की जा रही, जिसमें एक ट्रेक्टर में दो-दो ट्राली का उपयोग किया जाता है वह बहुत जानलेवा और हादसे को आंमत्रित करने वाला होता है। ऐसे उत्पादकों को सहकारी शक्कर कारखाना प्रबंधक द्वारा बैठक लेकर ट्रांसर्पोटिंग को लेकर बेहतर बनाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। जिले के भोरमदेव शक्कर कारखाना के मुख्य प्रवेश मार्ग जहां गन्ना लोड़िंग वाहनों को प्रवेश कराया जाता है उस मुख्यमार्ग पर रंबल स्ट्रीप बनवाने और सावनधान बोर्ड लगाने सहित सीसी कैमरा लागने के लिए प्रबंधक को निर्देशित किया गया है। कवर्धा शहर के भीतर मिनीमाता चौक का भी सड़क दुर्घटना और हादसे के रूप में चिन्हांकित किया गया है। इस स्थल पर सड़क दुर्घटनों में नियत्रण लाने के लिए मिनीमाता चौक पर सिंग्नल लगाने के लिए यातायाता पुलिस और नगर नगरपालिका अधिकारी को निर्देशित किया गया है।
कलेक्टर ने मुख्यमार्ग स्थित जहां घुमंतु और आवारा मवेशियों की ठहरने की स्थल है ऐसे स्थलों को मवेशियों के लिए ठहरने की स्थल को चिन्हांकित करते हुए उन स्थलों पर मवेशियों को मुख्यमार्ग के हाटने के लिए जनजागरूकता अभियान और उन स्थलों पर बिलकर लाईन लगाने और दुर्घटना अन्य के रूप मे चिन्हांकित करते हुए सावधान बोर्ड लगाने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चिल्फी घाटी में सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए सावधान बोर्ड लगाने और सड़क हादसों के शिकार लोगों को तत्काल स्वाथ्य एवं सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की दृष्टि से घाटी के नीचे और उपर एम्बूलेंस और क्रेन गाड़ी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।

Brajesh Gupta

Editor, cgnnews24.com

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