कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद तिवारी, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सी एल भूआर्य के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला बाल विकास विभाग, विशेष किशोर पुलिस इकाई, पुलिस विभाग, शिक्षा स्वास्थ्य, श्रम विभाग एवं चाइल्ड लाइन 1098 की संयुक्त टीम गठित कर जिले चिन्हांकित क्षेत्रों में देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के पहचान रेस्क्यू पुनर्वास एवं बच्चों को नशे की लत से बचाव बाल श्रम भिक्षावृत्ति रोकथाम अपशिष्ट संग्राहक सड़क जैसी स्थिति में रहने वाले बच्चों को समाज के मुख्यधारा में जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें विकासखंड कवर्धा, पंडरिया बोड़ला एवं सहसपुर लोहारा के विभिन्न क्षेत्रों में संयुक्त दल द्वारा सघन भ्रमण कर जन जागरूकता कार्यक्रम एवं बच्चों के पहचान रेस्क्यू पुनर्वास की कार्यवाही किया जा रहा है।
संयुक्त टीम द्वारा आज कवर्धा के माहामाया मंदिर, विध्यवासिनी मंदिर, गायत्री मंदिर, बुढ़ा महादेव, बस स्टैण्ड, रेवाबंद तलाब, पैठूपारा, ट्रांसपोर्ट नगर एवं विभिन्न चौक चौराहों नवीन बाजार हॉटल ढाबा, दुकान, ठेले आदि स्थानों में जाकर भिक्षावृत्ति बाल श्रमिक बच्चों एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में रहने वाले समाज से भटके बच्चों के संबंध में जानकारी लेते हुए अभियान चलाया गया। अभियान में जन जागरूकता कार्यक्रम कर लोगो को मिशन वात्सल्य बाल अधिकार संरक्षण जे जे एक्ट पॉक्सो एक्ट एवं बच्चों से संबंधित विभिन्न कानूनों नियमों एवं योजनाओं की जानकारी देकर जागरूक किया साथ ही चिंन्हांकित दो बच्चों एवं उनके परिजनों की काउंसलिग कर समझाईस दिया गया। आमजनों से अपील किया गया कि देखभाल एवं संरक्षण के जरूरतमंद बच्चें मिलने पर जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास या चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 में सूचना दे। इस दौरान जिला बाल संरक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर, संरक्षण अधिकारी गैर-संस्थागत राजराम चंद्रवंशी, सामाजिक कार्यकर्ता परमेश्वरी धुर्वे, सुरेश साहू, श्यामा धुर्वे आउटरिच वर्कर जिला बाल संरक्षण इकाई नितिन किशोरी वर्मा, राजस्व निरीक्षक नगरीय प्रशासन विभाग मनीष ठाकुर, केन्द्र समन्वयक महेश निर्मलकर, सुश्री आरती यादव वालिंटीयर चाईल्ड लाईन कवर्धा एवं विशेष किशोर पुलिस इकाई पुलिस विभाग शिक्षा स्वास्थ्य एवं श्रम विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।