कवर्धा —18 दिसंबर को सतनामी समाज द्वारा प्रातः स्मरणीय पूज्य बाबा गुरुघासीदास जी जन्मजयंती बड़े धूमधाम से हर्ष उल्लास के साथ गाँव गाँव में मनाया जाता है जैसे ही माह दिसम्बर आता है समाज के लोग गुरु पर्व की तैयारी में लग जाते है बाबा जी की मूल सिंधांत एकता बंधुत्व भाईचारा समानता का संदेश को जन जन तक पहुँचाना होता है जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष सीमा अनंत उपस्थित जनसमूह को बताया कि पूज्य बाबा का संदेश बहुत ही सरल और सहज है जिसे आत्मसात करने हम अपने जीवन में मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं।पूज्य बाबा जी का सहज संदेश “काहे के दिया -काहे की बाती , काहे के ज्योति जलाव सरी राती” तन के दिया -मन के बाती, प्रेम के ज्योति जलावा सरी राती “ अर्थात् बाबा जी ने बताया की हम मानव रूपी शरीर को को ही साध कर ईश्वर की प्राप्ति कर सकते है हम अपने मन -मास्तिक ,चाल चरित्र, ख़ान -पान को सात्विक व सयंम रखकर एक अच्छे इंसान बन सकते है । बाबा जी इस बात पर भी ज़ोर देते रहे कि हमारे अंदर प्रेम ,सदभाव ,करुणा के भावना के साथ जलचर ,नभचर ,वन एवं सभी जीवो के प्रति सद्भावना रखने की आवश्यकता बताई है परस्पर सहयोग,आपसी प्रेम भाईचारा और एकता के सूत्र में बंध कर देश राज और समाज को विकास की ओर आगे बढ़ा सकते हैं बाबा जी मनखे मनखे एक समान के साथ संदेश दिए हैं जिसे यथार्थ में शामिल किये बिना सही मायने में विकास की कल्पना नहीं कर सकते यह सब सभी सभ्य समाज के चुने हुए जनप्रतिनिधि साथ में सरकार और उनके तंत्र के माध्यम से ही संभव है बाबा जी के जयंती के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को जन्मजयंती की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम सब बाबा जी के बताए मार्ग को जीवन में आत्मसात कर अपने घर परिवार और समाज को आगे बढ़ा सकते हैं और अपने जीवन को सुखमय के साथ मोक्ष की ओर ले जा सकते हैं यह सब कार्य में हम सबकी जिम्मेदारी होगी तभी आज का यह पर्व हमारे बाबा जी की जयंती सफल होगा और सार्थकता होगी।उक्त अवसर पर सरपंच उपसरपंच के साथ दुलारी राम गहरू राम पंचराम टीकाराम नंदराम लेखराम कुंजराम कालाराम भगवानी अनिलकुमार जानकराम मनराम धनसिंह दशरथ साहू संतोष मेरावी नंदन सिंह धन साय धनुक लक्ष्मी कांत जितवा राम ,राज कुमार दिनेश कुमार सहित बड़ी संख्या में महिला और ग्रामवासी उपस्थित रहे !