राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन से प्रदेश में सिकलसेल की जांच और इससे बचाव की गतिविधियों में तेजी आएगी। राज्य सरकार पहले से ही इसके उन्मूलन के लिए गंभीरता से काम कर रही है। शनिवार को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहडोल से राष्ट्रीय स्तर पर मिशन का शुभारंभ किया। कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव रायपुर के राजातालाब हमर अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए शुभारंभ कार्यक्रम से जुड़े। इस अवसर पर जिले में जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर जनमेजय महोबे एवं डॉ सलिल मिश्रा शिशु रोग, डीपीएम सृष्टि शर्मा की उपस्थिति में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण को मरीज परिजनों को दिखाकर सिकल सेल कार्ड का वितरण किया।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने राष्ट्रीय सिकलसेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के शुभारंभ अवसर पर कहा कि यह बीमारी वंशानुगत बीमारी है। जिसके उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिकल सेल के बारे में जानकारी देना आवश्यक है, ताकि सिकल सेल के कुंडली मिलान से भविष्य में होने वाले संतान के स्थिति और योजना पर चर्चा कर सके। विवाह के पूर्व और बच्चे के जन्म के पहले सिकलसेल की जांच अवश्य करानी चाहिए। सभी लोगों को इसकी जांच कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के प्रति लोगों में जागरूकता अब बढ़ रही है। इसके पीड़ितों को रक्त चढ़ाने या अस्पताल में भर्ती होने की नौबत अब बहुत कम आ रही है। कलेक्टर महोबे ने कार्यक्रम में 30 सिकलसेल रोगियों को सिकलसेल जेनेटिक स्टेटस कार्ड वितरित किया। इस कार्यक्रम के तहत वृहत अभियान जारी हैं। कार्यक्रम के दौरान सभी अपना सिकल सेल की जांच अवश्य करने अपील की।