कवर्धा, 22 नवंबर 2024। कवर्धा के समीप घोटिया रोड पर स्थित 50 एकड़ में बनकर तैयार संत कबीर कृषि महाविद्यालय अनुसंधान केंद्र भवन का उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम ने विधिवत फीता काटकर लोकार्पण किया। कृषि महाविद्यालय के अनुसंधान केंद्र क्षेत्र के किसानों के लिए उन्नत कृषि तकनीक, प्रशिक्षण, और शोध का प्रमुख केंद्र बनेगा। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने किसानों को ट्रैक्टर, सब्जी कीट, मसूर मिनी कीट, मृदा स्वस्थ कार्ड और आइस बॉक्स का वितरण किया। इसके साथ ही कृषि महाविद्यालय के खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। उद्घाटन कार्यक्रम पर महाविद्यालय में जैविक किसान मेला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र के सांसद संतोष पाण्डेय और पंडरिया विधायक भावना बोहरा, पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, कैलाश चंद्रवंशी, कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, अधिष्ठाता डॉ. राजीव श्रीवास्तव, संचालक विस्तार सेवाएं डॉ. एसएस टूटेजा, डॉ. संजय शर्मा, डॉ. निमोध प्रभ सहित जिले के किसान, छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि यह महाविद्यालय पूरे भारत में प्रथम स्थान पर आए इसके लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि 8 करोड़ की लागत से निर्मित 50 एकड़ में फैला महाविद्यालय परिसर और भवन न केवल उन्नत कृषि तकनीकों का विकास करेगा बल्कि किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों से जोड़ते हुए उनकी आय बढ़ाने में भी मदद करेगा। उपमुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि कृषि को लाभकारी बनाया जाए। उन्होंने इस भवन को आधुनिक कृषि शिक्षा और अनुसंधान का केंद्र बताते हुए कहा कि यह केंद्र युवाओं को भी कृषि क्षेत्र में नई संभावनाओं की ओर प्रेरित करेगा। इसके अलावा, उन्होंने क्षेत्र के किसानों को हर संभव सहायता और सुविधा प्रदान करने का आश्वासन दिया। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की पहल से राज्य का कृषि क्षेत्र आत्मनिर्भर बनेगा और यह केंद्र पूरे राज्य में आदर्श के रूप में कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि कवर्धा के शुगर फैक्ट्री में सबसे अधिक रिकवरी आता है। यह किसानों की परिश्रम की देन है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान केंद्र किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक सिद्ध होगा।
कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने संत कबीर कृषि महाविद्यालय अनुसंधान केंद्र भवन के लोकार्पण को ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय में किसानों और कृषि क्षेत्र के विकास के क्षेत्र में अनेक कार्य किए जा रहे है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के लिए 3100 रुपये में धान खरीदी कर किसानों के खाते में राशि का अंतरण किया जा रहा है। विष्णुदेव साय की सरकार ने पिछले दो वर्षों का 4 हजार करोड़ रुपये का बोनस किसानों को दिया है। धान के समर्थन मूल्य और बोनस का एकमुश्त भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने मोदी गारंटी में महिलाओं के लिए चल रही योजनाओं के तहत महतारी वंदन योजना से 1 हजार रुपये राशि प्रदान कर रही है। उन्होंने कवर्धा क्षेत्र की समृद्धि और गन्ना-कपास उत्पादन की प्रशंसा करते हुए कहा कि अनुसंधान और आविष्कार से कृषि में और संभावनाएं बढ़ाई जा सकती हैं। यहां की जलवायु और सुविधाएं प्रदेश को कृषि के क्षेत्र में अग्रणी बनाएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि ये योजनाएं गरीब, किसान, मजदूर, महिलाओं और युवाओं के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कवर्धा और आसपास के क्षेत्रों में गन्ना उत्पादन और देश में सबसे अधिक रिकवरी वाले कारखाने की प्रशंसा की। मंत्री ने कहा कि यह क्षेत्र कृषि के क्षेत्र में नवाचार और समृद्धि के लिए एक आदर्श स्थान बन सकता है।
सांसद संतोष पांडेय ने लोकार्पण समारोह को गरिमामय बताते हुए कवर्धा की विशेषता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कवर्धा एक अत्यधिक उत्पादक क्षेत्र है, जहां गन्ना उत्पादन के कारण दो शक्कर कारखाने संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विष्णुदेव साय की सरकार किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है और प्रदेश सरकार ने किसानों से किए गए वादों को पूरा किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं से किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने भारत को कृषि प्रधान देश बताते हुए उन्नत कृषि तकनीकों के विकास पर जोर दिया। डबल इंजन की सरकार द्वारा किसानों की उन्नति के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा ने कहा कि सरकार सभी के विकास की दिशा में कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान राज्य है, जहां किसानों का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की हर जरूरत का ध्यान रख रही है और उनकी उन्नति के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की जा रही हैं। छत्तीसगढ़ के कृषि प्रधान राज्य होने के कारण यहां के किसान प्रदेश की आर्थिक रीढ़ हैं, और उनकी भलाई के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने समग्र विकास और समृद्धि के लिए सामूहिक भागीदारी पर जोर दिया।
उपमुख्यमंत्री शर्मा और कृषि मंत्री l नेताम ने किसानों को वितरण किया ट्रैक्टर और सामग्री
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और कृषि मंत्री रामविचार नेताम सहित अतिथियों ने कृषि भवन के लोकार्पण के अवसर पर बीज निगम द्वारा 05 हितग्राहियों को टैक्टर, 10 हितग्राहियों को मसूर कीट, 10 हितग्राहियों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड और 05 हितग्राहियों को मछली जाल का वितरण किया गया। इसके साथ ही उद्यानिकी विभाग द्वारा 05 हितग्राहियों को सब्जी कीट भी प्रदान किए गए। यह वितरण कार्यक्रम किसानों और कृषि क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। इन उपकरणों और सामग्री से किसानों को कृषि कार्यों में सहायता मिलेगी, जिससे कृषि उत्पादन और क्षेत्रीय विकास को नया बल मिलेगा।
गन्ना उत्पादन की उन्नत तकनीकी के लिए टेक्निकल बुलेटिन का विमोचन
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और कृषि मंत्री रामविचार नेताम सहित अतिथियों ने गन्ना उत्पादन की उन्नत तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष टेक्निकल बुलेटिन का विमोचन किया। यह बुलेटिन गन्ना किसानों के लिए नई तकनीकों और उन्नत पद्धतियों की जानकारी प्रदान करेगा, जिससे वे अपने उत्पादन को बढ़ा सकेंगे और कृषि क्षेत्र में सुधार ला सकेंगे। इसका उद्देश्य गन्ना उत्पादन में तकनीकी सुधारों को लागू करना और किसानों को बेहतर संसाधनों और जानकारियों से लैस करना है, ताकि वे अधिक लाभकारी तरीके से कृषि कार्य कर सकें।
खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले महाविद्यालय के खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले महाविद्यालय के खिलाड़ियों को सम्मानित किया। सम्मान समारोह में खिलाड़ियों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए जिन्होंने विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और महाविद्यालय का नाम रोशन किया। इससे खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण को सराहते हुए उनके उत्साह को बढ़ावा मिला। उपमुख्यमंत्री और कृषि मंत्री ने खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि खेलों में सफलता प्राप्त करना केवल शारीरिक मेहनत नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता और समर्पण का परिणाम है।