कवर्धा – जिला प्रेस क्लब के सदस्यों एवं पदाधिकारियों ने क्लब के स्वयंभू अध्यक्ष प्रकाश वर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनके खिलाफ मनमानी करने, आर्थिक अनियमिता सहित कई गंभीर आरोप लगाते हुए मामले की लिखित शिकायत जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर गोपाल वर्मा से की है। जिला प्रेस क्लब के पदाधिकारियों व सदस्यों ने कलेक्टर से मांग की है कि तत्काल जिला प्रेस क्लब को भंग कर क्लब का नए सिरे से गठन किया जाए। इस संबंध में अभिताब नामदेव, देवेन्द्र चन्द्रवंशी, सूर्य गुप्ता, बसंत नामदेव, रामकुमार टंडन, रुपेश चन्द्रवंशी, पद्मराज ठाकुर, विकास सोनी , ऋषिकांत कुम्भकार, रामावतार साहू, बृजेश गुप्ता, नीरज शर्मा, पद्मराज जायसवाल, अमरजीत सिंह, फिरोज खान,पवन तिवारी, आशाराम चन्द्रवंशी , सुनील नामदेव , मुकेश माहिले, रविन्द्र शुक्ला, जीवन साहू, गजेन्द्र कश्यप, जावेद खान, राकेश धुर्वे, राकेश साहू,, रियाज़ अत्तारी , सौरभ नामदेव, अशोक मानिकपुरी , दिलीप कुमार गुप्ता , मुकेश अवस्थी सहित अन्य पत्रकारों ने जानकारी देते हुए बताया कि क्लब में प्रमुख अखबारों एवं टीवी चैनलों के साथ ही वेबपोर्टल से लगभग 15 – 20 वर्षों से सरोकार रखने वाले पत्रकार सदस्य एवं पदाधिकारी है। जो जिला प्रेस क्लब कवर्धा की विधिवत सदस्यता लेने के बाद नियमित रूप से प्रेस क्लब से जुड़े हुए हैं। जिला प्रेस क्लब के सदस्यों ने कहा कि वे इस बात से हताश और निराश है कि जिला प्रेस क्लब में एक ही व्यक्ति विगत करीब 20 वर्षो से जिला अध्यक्ष एवं पदों में बैठे हुए हैं। जिला प्रेस क्लब में 20 वर्षों में एक भी बार विधिवत निर्वाचन नहीं कराया गया है। जिला प्रेस क्लब के स्थापना वर्ष से ही विधिसंगत निर्वाचन न करके मनोनयन की प्रक्रिया का चलन है जिससे सदस्यगण अपनी इच्छा अनुरूप अध्यक्ष एवं पदाधिकारी का चयन नहीं कर पा रहे हैं। वर्तमान जिला अध्यक्ष प्रकाश वर्मा एवं उनके पदाधिकारियों की उदासीनता के चलते क्लब के अन्य पत्रकारों के उत्थान में समस्या उत्पन्न हो रही है। इस क्लब का गठन का उद्देश्य पत्रकारों के हित में उनके उत्थान के लिए कार्य करना है किन्तु क्लब गठन के बाद एक भी बार पत्रकारों के हित में कोई भीg कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया है ना ही पत्रकारों के हित में कोई आवाज उठाई गई हैं। वर्तमान जिला अध्यक्ष के पत्रकारिता के प्रति उदासीनता के चलते क्लब के अन्य सदस्य पत्रकारों से उनका कोई मिलना जुलना नहीं होता है। यह क्लब उनके लिए एक मात्र धन उपार्जन का साधन बनकर रह गया है। जिला प्रेस क्लब के पदाधिकारियों व सदस्यों ने आरोप लगाया है कि जिला प्रेस क्लब भवन के ऊपर हाल एवं सामने का कॉम्प्लेक्स को किराया पर दिया गया है जिसके संबंध में क्लव के सदस्यों को कोई जानकारी नहीं दी गई है ना ही इस संबंध में बैठक कर कोई प्रस्ताव किया गया है। जिला अध्यक्ष द्वारा मनमाने ढंग से क्लब का संचालन किया जा रहा है। इन 20 वर्षों में क्लब की एक भी बैठक नहीं बुलाई गई है और ना ही किसी विषय पर सदस्यों की सहमति ली गई है। जिला प्रेस क्लब को किराए से प्राप्त आय की कोई जानकारी सदस्यों को नहीं दी गई है ना ही क्लब के लेखा जोखा का कोई हिसाब दिया गया है। जिला प्रेस क्लब के सदस्यों ने कलेक्टर से इन सभी विषयों की जांच कराए जाने, वर्तमान प्रेस क्लब को भंग कर नए सिरे से विधिवत चुनाव कराए जाने तथा प्रेस क्लब भवन से अब तक अर्जित पूरी राशि को सार्वजनिक कराए जाने की मांग की है।