आबकारी की यारी से चल रही नगर पंचायत सहसपुर में अवैध शराब की दुकानदारी कबिरधाम! राज्य में शराब बंदी विपक्षियों के एक लिए आज अहम मुद्दा बन चुका है शराब बंदी को लेकर विपक्षियों द्वारा दिन प्रतिदिन धरना प्रर्दशन के साथ घेराव किया जा रहा है।लेकिन प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग पाता शराब बंदी तो दूर बल्की प्रतीत तो ऐसा होता हैं की राज्य सरकार आबकारी के आला अधिकारीयों को यह छूट दे दिए हैं कि कोचियों के साथ मिलकर अवैध रूप से शराब बेचवाई जाए ताकि नेताओं, अधिकारियों व् कोचियों की दसो उंगलियां हमेशा घीं में रहे। इसका जीता जागता उदाहरण जिले के नगर पंचायत सहसपुर लोहारा व आस पास के लगे दर्जनों गांवो में देखा जा सकता है जहां आपको मंदिरा दुकान जानें की जरूरत ही नहीं आपको मंदिरा नगर के हर गली मोहल्ले चौक चौराहे में आसानी से उपलब्ध हो जाता है जिसके चलते युवायें नशे में इतना मदहोश हो चुके हैं कि नशे के लिए वें कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं पढ़े लिखे नवजान युवा आज नशे के लत के चलते चोरी डकैती जैसी जघन्य अपराध करने को मजबूर हो गए हैं जिसके कारण स्वयं व परिवार का भविष्य अंधकार में है राज्य सरकार राजस्व के लालच में युवाओं के भविष्य के साथ न सिर्फ़ खिलवाड़ कर रहे हैं बल्कि युवाओं में अपराध करने के लिए जोश भर रहे हैं। सेल्समैन व कोचियों की यारी सूत्रों कि माने तो सेल्समैन व कोचियों की यारी कुछ ऐसी है की रात्रि 10 बजे शराब दुकान बंद होने से पहले ही सेल्समैन कोचियों को दर्जनों पेटी शराब दे देते हैं ताकि वो दुकान से सटे चखना सेंटरो में रात्रि 12 बजे तक अवैध तरीके से शराब बेंच मोटी रकम कमा सके ये खेल मात्र नगर में ही नहीं बल्कि नगर से लगे दर्जनों गांवों में खेला जा रहा है ऐसा नहीं है कि इसकी ख़बर विभाग या थाना प्रभारी को नहीं हो ये जानते सब हैं पर हिस्से के चक्कर में कार्यवही करने से दूर भागते हैं उच्च अधिकारियों तक बात पहोंच भी जाती है तो कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर छोड़ देते हैं गर यही हाल रहा तो इसमें कतई शक नही की भविष्य में हर घर से पढ़े लिखे युवा निकले या न निकले बल्की हर घर से एक अपराधी जरूर निकलेगा।

कबिरधाम – राज्य में शराब बंदी विपक्षियों के एक लिए आज अहम मुद्दा बन चुका है शराब बंदी को लेकर विपक्षियों द्वारा दिन प्रतिदिन धरना प्रर्दशन के साथ घेराव किया जा रहा है।लेकिन प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंग पाता शराब बंदी तो दूर बल्की प्रतीत तो ऐसा होता हैं की राज्य सरकार आबकारी के आला अधिकारीयों को यह छूट दे दिए हैं कि कोचियों के साथ मिलकर अवैध रूप से शराब बेचवाई जाए ताकि नेताओं, अधिकारियों व् कोचियों की दसो उंगलियां हमेशा घीं में रहे।
इसका जीता जागता उदाहरण जिले के नगर पंचायत सहसपुर लोहारा व आस पास के लगे दर्जनों गांवो में देखा जा सकता है जहां आपको मंदिरा दुकान जानें की जरूरत ही नहीं आपको मंदिरा नगर के हर गली मोहल्ले चौक चौराहे में आसानी से उपलब्ध हो जाता है जिसके चलते युवायें नशे में इतना मदहोश हो चुके हैं कि नशे के लिए वें कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं पढ़े लिखे नवजान युवा आज नशे के लत के चलते चोरी डकैती जैसी जघन्य अपराध करने को मजबूर हो गए हैं जिसके कारण स्वयं व परिवार का भविष्य अंधकार में है राज्य सरकार राजस्व के लालच में युवाओं के भविष्य के साथ न सिर्फ़ खिलवाड़ कर रहे हैं बल्कि युवाओं में अपराध करने के लिए जोश भर रहे हैं।
सेल्समैन व कोचियों की यारी
सूत्रों कि माने तो सेल्समैन व कोचियों की यारी कुछ ऐसी है की रात्रि 10 बजे शराब दुकान बंद होने से पहले ही सेल्समैन कोचियों को दर्जनों पेटी शराब दे देते हैं ताकि वो दुकान से सटे चखना सेंटरो में रात्रि 12 बजे तक अवैध तरीके से शराब बेंच मोटी रकम कमा सके ये खेल मात्र नगर में ही नहीं बल्कि नगर से लगे दर्जनों गांवों में खेला जा रहा है ऐसा नहीं है कि इसकी ख़बर विभाग या थाना प्रभारी को नहीं हो ये जानते सब हैं पर हिस्से के चक्कर में कार्यवही करने से दूर भागते हैं उच्च अधिकारियों तक बात पहोंच भी जाती है तो कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर छोड़ देते हैं गर यही हाल रहा तो इसमें कतई शक नही की भविष्य में हर घर से पढ़े लिखे युवा निकले या न निकले बल्की हर घर से एक अपराधी जरूर निकलेगा।
