
जल श्रृंखला: प्रकृति की गोद में प्रेम का एहसास — भैरी झोझा जलप्रपात बना सैलानियों का नया ठिकाना 🌊
पंडरिया। ब्रजेश गुप्ता
छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे मध्यप्रदेश के जीलन गांव के पास स्थित भैरी झोझा जलप्रपात इन दिनों प्रकृति प्रेमियों और सैलानियों के दिलों पर राज कर रहा है। हरियाली से ढकी पहाड़ियों के बीच, कल-कल करती जलधारा जब चट्टानों से फिसलते हुए नीचे गिरती है, तो मानो प्रकृति स्वयं प्रेम गीत गुनगुना रही हो।
प्रसिद्ध अगिन झोझा जलप्रपात से लगभग 5 किलोमीटर आगे, उसी रमणीय मार्ग पर स्थित यह जलप्रपात स्थानीय लोगों में भैरी झोझा के नाम से जाना जाता है। करीब 15 फीट की ऊंचाई से गिरता दूधिया पानी बुढनेर नदी की एक सहायक धारा पर आकार लेता है, जो इसकी सुंदरता में और भी नयापन घोल देता है।
बरसात के मौसम में यहां की छटा देखते ही बनती है। चारों ओर फैली हरियाली, ठंडी फुहारें और बहते पानी की मधुर आवाज़ प्रेमी युगलों, फोटोग्राफरों और प्रकृति के दीवानों को अनायास ही अपनी ओर खींच लेती है। सैलानी यहां आकर कुछ पल सुकून के, कुछ पल प्रकृति के साथ और कुछ पल यादों के नाम कर जाते हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि भैरी झोझा अब धीरे-धीरे एक नया पर्यटन स्थल बनता जा रहा है। यदि प्रशासन द्वारा बुनियादी सुविधाएं विकसित की जाएं, तो यह जलप्रपात क्षेत्र के पर्यटन मानचित्र पर एक खास पहचान बना सकता है।
भैरी झोझा जलप्रपात केवल एक प्राकृतिक दृश्य नहीं, बल्कि वह एहसास है—जहां शोर थम जाता है, दिल बोलने लगता है और प्रकृति से प्रेम हो जाता है। 🌺





