
कवर्धा (कबीरधाम)।
कबीरधाम जिले के विभिन्न राजस्व कार्यालयों में नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन जैसे राजस्व प्रकरणों के निराकरण में हो रही देरी से आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। समय पर निर्णय नहीं होने के कारण लोग महीनों से दफ्तरों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शासन स्तर पर मंत्री एवं कलेक्टर द्वारा समय-सीमा में प्रकरणों के निराकरण के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं, इसके बावजूद कई कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारी कार्य में अपेक्षित गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। इससे आमजन में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
हालांकि, कुछ मामलों में तकनीकी समस्याएं, ऑनलाइन सिस्टम की खामियां और जटिल प्रक्रियाएं भी देरी का कारण बताई जा रही हैं। दस्तावेजों की कमी, रिपोर्ट लंबित रहना और फील्ड जांच में विलंब से भी प्रकरण अटके रहते हैं।
स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यदि जिले में नियमित रूप से विशेष राजस्व शिविर लगाए जाएं, तो बड़ी संख्या में लंबित मामलों का त्वरित समाधान संभव है। शिविरों के माध्यम से एक ही स्थान पर नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन जैसे प्रकरणों का निराकरण होने से आम लोगों को राहत मिलेगी।
अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाता है या नहीं, ताकि राजस्व मामलों में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित हो सके।



