कलेक्टर जनमेजय महोबे ने आज राजस्व, कृषि एवं खाद्य विभाग की संयुक्त बैठक ली। उन्होने बैठक में राजस्व अनुविभाग, तहसील न्यायालयों में राजस्व के लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए शीघ्रता से निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होने तहसील स्तर पर लंबित अविवादित प्रकरण, सीमाकंन, फौती, बटंवारा, नामातंरण की समीक्षा करते हुए समय सीमा के बाहर सभी प्रकरणों को निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होने राजस्व अधिकारियों को जाति-निवास एवं आय प्रमाण पत्र के लंबित प्रकरणों को भी शीघ्रता से निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी एसडीएम को उनके निर्धारित दिनों में आमजनों की समस्याओं के निराकरण की दिशा में कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर महोबे ने सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों को खाद्य विभाग द्वारा संचालित पीडीएस की दुकान, राशन भंण्डारण तथा वितरण व्यवस्था का भी औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होने धान खरीदी की समीक्षा करते हुए जिले के सभी 108 धान उपर्जान केन्द्रों में धान खरीदी की सुगम व्यवस्था, बेमौसम बारिश से धान की समूचित रख-रखाव, सुरक्षा व्यवस्था एवं धान के अवैध परिवहनों को रोकने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने नोडल अधिकारियों से कहा कि असामयिक वर्षा को ध्यान में रखते हुए सभी धान उपार्जन केन्द्रों में धान की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होना चाहिए। धान को वर्षा के जल से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में कैप कव्हर रखे तथा धान के स्टैकिंग को पूर्ण रूप से ढक कर रखे। उन्होंने कहा कि धान के स्टैकिंग के लिए नीचे में ड्रैनेज व्यवस्थित रूप से बनाएं तथा पानी की निकासी के लिए नाली निर्माण भी करें। उन्होंने धान के उठाव के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा कि अधिक से अधिक धान का उठाव करें, जिससे धान खरीदी कार्य लगातार होते रहे। इस दौरान उन्होंने बफर लिमिट के संबंध में जानकारी ली।
कलेक्टर ने कृषि विभाग के काम काज की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा की प्रगति की समीक्षा की और विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर इंद्रजीत बर्मन, संयुक्त कलेक्टर डॉ. मोनिका कौड़ो, अनुविभागीय अधिकारी कवर्धा पीसी कोरी, पंडरिया संदीप ठाकुर, बोड़ला अनुपम टोप्पो, डिप्टी कलेक्टर ऋतुराज सिंह बिसेन, लेखा अजगल्ले, सुश्री आकांक्षा नायक सहित समस्त राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।