छत्तीसगढ़ के कवर्धा में बुधवार को दुनिया के सबसे तेज धावक और ओलिंपिक लीजेंड उसैन बोल्ट के रिकॉर्ड को ही चुनौती दे दी गई। यहां वन विभाग की ओर से वनरक्षक पद के लिए फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा है। इसमें 2 कैंडिडेट ने दौड़ लगाई। जब उसका परिणाम आया तो वन विभाग की रीडिंग के मुताबिक उर्मिला नाम की अभ्यर्थी ने 200 मीटर की रेस 14.7 और उज्जवल ने 19.6 सेकेंड में ही पूरा कर ली थी।
जबकि उसैन बोल्ट ने 200 मीटर की रेस 19.19 सेकेंड में पूरी की थी। यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है। जिसे अब तक किसी ने नहीं तोड़ा है। कुछ देर के लिए तो ऐसा ही लगा कि छत्तीसगढ़ के इन जवानों ने महानतम धावक बोल्ट को पीछे छोड़ दिया है। पर जल्द ही वन विभाग ने बताया कि ऐसा मीटर की गलती से हुआ है। अब इन दोनों को फिर से दौड़ाया जाएगा।
परिणाम आने के बाद सभी लोग चौक गए। हालांकि कुछ लोगों ने रिजल्ट का विरोध करते हुए सवाल खड़े कर दिए। जिसके बाद पता चला, ये सब गलती से हुआ है। DFO ने भी साफ कहा है कि, रीडिंग में गलती हुई है। इसलिए ऐसे गलत परिणाम आए हैं। अब इन दोनों कैंडिडेट के फिजिकल टेस्ट फिर से लिए जाएंगे।
कवर्धा में 20 मई से फिजिकल टेस्ट लिया जा रहा है। जोकि 2 जून तक चलेगा। इसमें हजारों अभ्यार्थी शामिल हो रहे हैं। परिणाम भी रोज जारी किए जा रहे हैं। इसी बीच बुधवार के दिन चल रहे फिजिकल टेस्ट के दौरान वन विभाग की तरफ से ऐसी लापरवाही की गई है।
उधर, इस मामले में DFO चूड़ामणि सिंह ने बताया, फिजिकल टेस्ट के लिए इस्तेमाल की जा रही सेंसर में तकनीकी खराबी आने के चलते गलत रीडिंग आ गई। फिजिकल टेस्ट का वीडियो रिकॉर्ड भी किया जा रहा है। खामियां सामने आने के बाद सही कर लिया गया है। इसकी जांच भी होगी।
अभ्यर्थी ने कहा-14 सेकंड बहुत कम है
भर्ती में शामिल हुए एक अभ्यर्थी ने बताया, जो रिजल्ट आया है, वो तो हैरान कर देने वाला है। 14 सेकेंड तो बहुत कम है। खासकर लड़कियों के लिए। जरूर तकनीकी खराब हुई होगी।
बोल्ट के नाम 100 मीटर रेस में वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज
बोल्ट ने 100 मीटर रेस 9.58 सेकेंड और 200 मीटर रेस 19.19 सेकेंड में पूरी की थी। यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है। बोल्ट ने 3 ओलिंपिक में 8 गोल्ड जीते थे। इनमें से 2008 बीजिंग ओलिंपिक में 2, जबकि 2012 लंदन ओलिंपिक और 2016 रियो ओलिंपिक में 3-3 गोल्ड जीते थे। 11 बार के वर्ल्ड चैंपियन बोल्ट ने 2017 में लंदन वर्ल्ड चैम्पियनशिप के बाद संन्यास ले लिया था। उन्होंने अपने आखिरी टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीता था।