
9 माह में 3134 वाहन चालकों पर की गई कार्यवाही 19 लाख 10 हजार रुपए के कटे चालान ।
पुलिस अधीक्षक महोदय श्री धर्मेंद्र सिंह के निर्देशन में यातायात प्रभारी अजयकांत तिवारी के द्वारा सड़कों पर तेज रफ्तार, काली फिल्म लगी गाड़ियां ,शराब पीकर ड्राइविंग और तेज आवाज में ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाने वालों पर यातायात पुलिस पिछले 9 महीने से कार्रवाई में शक्ति दिखा रही है ,18 जुलाई 2024 से 30 अप्रैल 2025 तक कबीरधाम जिले में इंटरसेप्टर वाहन से की गई कार्रवाई में कुल ₹3134 प्रकरण दर्ज किए गए हैं जिनमें चलानी समन शुल्क के रूप में पुलिस ने 19 लाख 10749 रुपए की वसूल की है यह आंकड़ा यह भी बताता है कि जिले की सड़कों पर लापरवाही और मनमानी करने वालों पर अब सख्त निगरानी किया जा रहा है सबसे अधिक कार्यवाही तेज गति से वाहन चलाने वालों के खिलाफ किया गया है टोटल 501 वाहन चालकों को स्पीड लिमिट पर करने के कारण रोका गया और उन पर ₹5 लाख 5000 का जुर्माना लगाया गया है वही शराब पीकर वाहन चलाने वाले के मामले में भी 33 वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई हुई है जिसे 330000 वसूल किए गए हैं, यातायात प्रभारी श्री अजयकांत तिवारी ने नागरिकों से अपील की है कि वह स्वयं भी यातायात नियमों का पालन करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें उन्होंने कहा सड़क पर जिम्मेदारी से चलना और नागरिक का कर्तव्य है यह केवल चालान भरने या पुलिस की कार्यवाही से बचने का विषय नहीं बल्कि खुद की और दूसरों को जिंदगी की सुरक्षा का सवाल है हमारा प्रयास यही रहेगा की दुर्घटनाओं की संभावनाएं शून्य हो आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी
इंटरसेप्टर स्पीड रडार गन से तेज गति का हो रहा मापन-यातायात प्रभारी अजय कांत तिवारी ने बताया कि वहां अत्याधुनिक मशीनों से लैस है स्पीड लेजर गन लेजर एवं इंफ्रारेड तकनीक में कार्य करती है यह सड़क पर तेज गति से चलने वाले वाहनों को 500 मीटर की दूरी से कैप्चर कर लेती है
जिले में सड़क दुर्घटनाएं आप केवल आंकड़े नहीं बल्कि हर घर के दुख का कारण बन चुकी है जिले की सड़कों पर हर साल सैकड़ो जिंदगी असमय समाप्त हो रही है और हालात साल 10 साल 72 होते जा रहे हैं आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2020 से अब तक जिले में 1874 सड़क दुर्घटना हुई है जिनमें 618 लोगों की मौत हो गई और 2026 लोग घायल हुए सबसे चिंताजनक बात यह है कि वर्ष 2025 की शुरुआत के केवल चार महीना में ही 79 लोगों की जान जा चुकी है
हर साल बढ़ती सड़क दुर्घटना आंकड़े कर रहे हैं चिंता व्यक्त
वर्ष 2020 में 285 दुर्घटनाओं में 96 मौतों और 309 घायल हुए 2021 में यह संख्या बढ़कर 309 मामलों और 111 महत्वपूर्ण तक पहुंची 2022 में सबसे ज्यादा 332 हादसे हुए जिनमें 129 जान गई और 498 लोग घायल हुए यह अब तक की सबसे भयावह स्थिति थी 2023 में प्रकरण कुछ घाटे पर म्यूट का आंकड़ा 130 तक पहुंच गया 2024 में हालात और भयावा हुए 322 दुर्घटनाओं में 152 मौत हुई वर्ष 2025 अभी शुरू ही हुआ है लेकिन जनवरी से अप्रैल तक ही 143 प्रकरण दर्ज हो चुके हैं जिनमें 79 मौतों और 184 घायल हुए हैं यह आंकड़े दर्शाते हैं कि कबीरधाम जिले में सड़के अब सुरक्षा की जगह अनिश्चित मौत का कारण बन चुकी है
चालानी कार्यवाही से चेतावनी-जिले में हुई इस बड़ी कार्यवाही का उद्देश्य केवल राजस्व अर्जन नहीं बल्कि सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लागू करना है हर जुर्माना एक चेतावनी है कि अब लापरवाह वाहन चालकों के लिए कोई गुंजाइश नहीं है बची हुई है सड़क हादसों की भयावता को देखते हुए प्रशासन अब सख्त है और यह संदेश स्पष्ट है कि यातायात नियमों के उल्लंघन पर बक्सा नहीं जाएगा
आम लोगों को जिम्मेदार होना जरूरी- यातायात प्रभारी
अजय कांत तिवारी जिला यातायात प्रभारी कवर्धा ने कहा की यातायात टीम ने बीते वर्षों में हेलमेट चेकिंग नो पार्किंग कार्रवाई नाबालिक चालकों का प्रबंध और स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाए हैं हमारा मकसद सिर्फ चालान काटा नहीं है जब तक आम नागरिक खुद जिम्मेदार नहीं बनेगा तब तक कोई व्यवस्था टिकाऊ नहीं हो सकती हम खासकर ग्रामीण अंचलों में ट्रैफिक नियमों की जानकारी पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं स्कूल कॉलेज पंचायत स्तर तक कार्यक्रम की जरूरत है
काली फिल्म और तेज आवाज वाले वाहनों पर भी शिकंजा
कांच की पारदर्शिता मापने के लिए इंटरसेप्टर की तकनीक का उपयोग करते हुए 10 गाड़ियों पर कार्यवाही की गई है और ₹20000 की वसूली की गई है इसके अलावा ध्वनि विस्तारक यंत्रों के अवैध उपयोग पर भी कार्यवाही की गई है ऐसे 18 प्रकरण दर्ज हुए हैं और कूल ₹10700 जुर्माना वसूल किया गया है यह कार्यवाही खासकर उन वाहनों पर केंद्रित रही जो तेज साउंड सिस्टम के साथ सड़कों पर चलकर ध्वनि प्रदूषण फैला रहे थे चलानी कार्रवाई कर उन्हें हिदायत दी गई
