
*कबीरधाम जिले में लंबे समय से अवैध रूप से रह रहे बाहरी व्यक्तियों तथा संदिग्ध गतिविधियों में संलग्न तत्वों के विरुद्ध पुलिस प्रशासन पूरी गंभीरता और सख्ती के साथ अभियान चला रहा है। इसी कड़ी में आज दिनांक 23 मई 2025 को एक और वृहद स्तर की कार्रवाई को अंजाम दिया गया, जिसमें 100 से अधिक पुलिस अधिकारी और जवानों की संयुक्त टीम ने दबिश दी।
यह अभियान पुलिस महानिरीक्षक, राजनांदगांव रेंज l अभिषेक शांडिल्य (IPS) के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक कबीरधाम धर्मेन्द्र सिंह (IPS) के नेतृत्व में संचालित किया गया। शुक्रवार को जेनरल परेड के बाद स्वयं एसपी l सिंह ने कमान संभाली और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल, डीएसपी संजय ध्रुव, डीएसपी कृष्ण कुमार चंद्राकर, डीएसपी आशीष शुक्ला एवं जिले के बोड़ला, पोड़ी, चिल्फी, कुण्डा और कवर्धा थानों के थाना प्रभारियों के साथ पुलिस लाइन से महिला की सहभागिता में अभियान को धार दी।
टीम द्वारा नया पुलिस लाइन से लेकर चिल्फी एवं धवईपानी (मध्यप्रदेश बॉर्डर) तक कई किमी क्षेत्र में फैले झुग्गी-झोपड़ियों, ढाबों, निर्माण स्थलों, अस्थायी दुकानों और सड़क किनारे रह रहे लोगों की जांच की गई। इस दौरान 25 संदिग्ध लोगों को पुलिस के डग्गा वाहन में बैठाकर संबंधित थानों में लाया गया, जहां उनकी पुश्तैनी जानकारी, पहचान पत्र, निवास सत्यापन और संदिग्धता के आधार पर पूछताछ की गई।
इनमें से अधिकांश व्यक्ति छत्तीसगढ़ के बाहर – उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र आदि राज्यों के पाए गए, जिनके पास वैध दस्तावेज़ नहीं थे और वे वर्षों से जिले में अज्ञात पते और फर्जी परिचय पत्रों के आधार पर रह रहे थे।
इससे पूर्व भी 13 मई 2025 को इसी तरह की कार्यवाही में कुल 18 व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता (BNSS) की धाराओं 128, 126, 135(3) एवं 170 के तहत प्रकरण दर्ज किए गए थे।
इस अभियान के प्रमुख उद्देश्य रहे:
* सीमावर्ती क्षेत्रों में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करना
* बिना सत्यापन रह रहे प्रवासियों की पहचान
* फर्जी दस्तावेज़ों पर रह रहे तत्वों की धरपकड़
* जनसुरक्षा और सांप्रदायिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले तत्वों पर लगाम
* अपराधियों के लिए पनाहगाह बने इलाकों का सफाया।
इन सभी व्यक्तियों से पूछताछ जारी है। कुछ के तार पूर्व घटित आपराधिक घटनाओं से भी जोड़े जा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने अभियान के अंत में सभी अधिकारियों को ब्रीफ करते हुए स्पष्ट किया कि:
“कबीरधाम में अब कोई भी व्यक्ति बिना वैध दस्तावेज़ों के, या फर्जी नाम-पते से नहीं रह सकेगा। ऐसे अवैध प्रवासियों के खिलाफ हमारी कार्रवाई सतत् जारी रहेगी। पुलिस सत्यापन अनिवार्य है और इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही सीमावर्ती जिलों की सुरक्षा केवल सीमाओं की निगरानी से नहीं, बल्कि भीतर छिपे हुए अवैध, संदिग्ध और फर्जी पहचान वाले लोगों की शिनाख्त और निष्कासन से सुनिश्चित होती है।
कबीरधाम पुलिस अपील करती है कि यदि आपके आसपास कोई संदिग्ध व्यक्ति, किरायेदार, मज़दूर या दुकानदार है, जिसकी पहचान संदिग्ध है या पुलिस सत्यापन नहीं हुआ है – तो कृपया निकटतम थाना या डायल 112 को तत्काल सूचित करें। आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। यह आपकी, आपके परिवार और पूरे जिले की सुरक्षा से जुड़ा विषय है।
