
जिले में आमजन को त्वरित और प्रभावी सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से कबीरधाम पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेंद्र सिंह द्वारा डायल 112 में तैनात समस्त अधिकारियों एवं जवानों को हर प्रकार की आकस्मिक परिस्थितियों में आम नागरिकों को हरसंभव मदद प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेंद्र बघेल के कुशल मार्गदर्शन में डायल 112 में तैनात पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों का पालन निष्ठा, संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कर रहे हैं। लगातार प्रयासरत यह टीम आम जनता को समय पर राहत पहुँचाने में एक मजबूत कड़ी के रूप में कार्य कर रही है।
आज दिनांक 25 अप्रैल 2025 को डायल 112 की टीमों द्वारा जिले के दो अलग-अलग क्षेत्रों से प्राप्त प्रसव संबंधी सूचनाओं पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए दो गर्भवती महिलाओं को समय रहते चिकित्सा सुविधा तक पहुँचाकर मानवीय सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया गया। इन मामलों में पुलिस जवानों की तत्परता, सूझबूझ और जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुई।
पहला मामला ग्राम सोढा का है, जहाँ ERV पिपरिया पैंथर 02 (इवेंट क्रमांक MKD/07) को सूचना प्राप्त होते ही आरक्षक क्रमांक 303 भुवनेश्वर नाथ योगी एवं चालक पोषण ने तत्काल मौके पर पहुँचकर कॉलर श्री मुकेश मानिकपुरी की पत्नी श्रीमती रचना मानिकपुरी को प्रसव पीड़ा की स्थिति में जिला अस्पताल कवर्धा पहुँचाया। परिजनों के साथ महिला को सुरक्षित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई, जिससे संभावित जटिलता से समय रहते बचाव हो सका।
दूसरी स्थिति ग्राम चोर भट्टी से सामने आई, जहाँ ERV बोडला पैंथर 01 (इवेंट क्रमांक MKD/06) द्वारा आरक्षक क्रमांक 147 झुलु राम धुर्वे एवं चालक कृष्णा धुर्वे ने गर्भवती महिला राजमती पति रूपचंद को परिजनों की सहमति से उप स्वास्थ्य केंद्र बैरक तक पहुँचाया और सुरक्षित रूप से भर्ती कराया गया।
इन आपातकालीन स्थितियों में डायल 112 के जवानों ने समय पर हस्तक्षेप करते हुए यह सुनिश्चित किया कि नागरिकों को त्वरित राहत मिले। सेवा भावना और मानवीय कर्तव्य का यह निर्वहन समाज के लिए प्रेरणास्रोत है।
ऐसे भावुक क्षणों में समय पर सहायता मिलने पर परिजनों ने डायल 112 टीम का हृदय से आभार प्रकट किया। उन्होंने पुलिस टीम की संवेदनशीलता, तत्परता और सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह मदद उनके लिए उस समय किसी वरदान से कम नहीं थी जब वे बेहद असहाय महसूस कर रहे थे।
