
जिले के होनहार खिलाड़ियों ने नेपाल के पोखरा शहर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बॉडीबिल्डिंग और वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत का परचम बुलंद किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र सिंह ने सभी विजेता खिलाड़ियों को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए हार्दिक बधाई दी। पुलिस अधीक्षक श्री धमेन्द्र सिंह ने कहा कि इन युवाओं की मेहनत, समर्पण और लगन आज हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं। इनकी उपलब्धि से न सिर्फ हमारा जिला, बल्कि पूरे प्रदेश और देश का नाम रोशन हुआ है। कबीरधाम पुलिस अधीक्षक श्री धमेन्द्र सिंह ने कहा कि खेल केवल शारीरिक शक्ति का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह अनुशासनए धैर्य और आत्मविश्वास का प्रतीक है। हमारे जिले के युवाओं ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर जो सफलता प्राप्त की है, वह यह दर्शाता है कि अगर संकल्प और सही मार्गदर्शन हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
सात देशों के बीच कबीरधाम के खिलाड़ियों का दबदबा
अंतरराष्ट्रीय संयुक्त भारतीय खेल संघ द्वारा 3 से 7 अप्रैल तक नेपाल के पोखरा में आयोजित इस प्रतियोगिता में भारत समेत पाकिस्तान, भूटान, वर्मा, श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल जैसे कुल सात देशों के 300 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया। भारत की ओर से छत्तीसगढ़ राज्य के कबीरधाम जिले के चार खिलाड़ियों ने भाग लेकर शानदार प्रदर्शन किया। जिले के सूरज राजपूत ने बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता में सात देशों के प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए इंटरनेशनल मिस्टर ओवरऑल का खिताब अपने नाम किया। इससे पहले भी वे मिस्टर छत्तीसगढ़, सीनियर नेशनल बॉडीबिल्डिंग, और पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके हैं। सूरज राजपूत वर्तमान में कबीरधाम के “भारत हेल्थ क्लब“ में कोच की भूमिका में रहते हुए लगभग 50 खिलाड़ियों को निःशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं।
कवर्धा की पहली महिला वेटलिफ्टर दीपाली सोनी ने 76 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर जिले का मान बढ़ाया। इससे पहले वे राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भी पदक जीत चुकी हैं। उनकी इस उपलब्धि से जिले की बेटियों को एक नई प्रेरणा मिली है। पुरुषों के 67 किलोग्राम वर्ग में सब-जूनियर श्रेणी के अभिषेक तिवारी ने वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक हासिल किया। वे पूर्व में स्कूल नेशनल गेम्स में भी पदक जीत चुके हैं। वहीं 14 वर्षीय अनुराग जांगड़े ने 109 किलोग्राम वर्ग में सब-जूनियर वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीतकर भविष्य की एक बड़ी उम्मीद बनकर उभरे हैं। इन सभी खिलाड़ियों के प्रशिक्षक सूरज राजपूत हैं, जो वर्षों से खिलाड़ियों को निःशुल्क प्रशिक्षण देकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार कर रहे हैं। उनका योगदान जिले के खेल विकास में अनुकरणीय है।
