कवर्धा में प्रस्तावित चौपाटी कार्य में देरी पर कलेक्टर ने जताई कड़ी नाराजगी, नगर पालिका सीएमओ को दिए सख्त निर्देश
कवर्धा। कवर्धा शहर की नगर पालिका के सामने करोडों रूपए की लागत से प्रस्तावित सुव्यवस्थित चौपाटी परियोजना के कार्य में देरी को लेकर कलेक्टर गोपाल वर्मा ने नगर पालिका के मुख्य नगरपालिका अधिकारी (सीएमओ) पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। कलेक्टर ने परियोजना में विलंब को गंभीरता से लेते हुए सख्त निर्देश दिए हैं कि चौपाटी कार्य को जल्द से जल्द प्रारंभ किया जाए और इसे समयसीमा के भीतर पूरा किया जाए। कलेक्टर श्री वर्मा ने आज नगर पालिका के सामने प्रस्तावित सुव्यवस्थित चौपाटी स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष मनहरण कौशिक, सीएमओ रोहित साहू सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि चौपाटी का कार्य अब और देरी से नहीं चलना चाहिए। यह परियोजना शहर के विकास और सौंदर्यीकरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। नगर पालिका अधिकारी सुनिश्चित करें कि सभी आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था कर कार्य को जल्द प्रारंभ किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए और यह समय सीमा के भीतर पूर्ण होना चाहिए। अगर कार्य में और देरी हुई, तो इसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे। इसके साथ ही कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि परियोजना की नियमित रूप से समीक्षा की जाए ताकि कार्य में किसी प्रकार की रुकावट या समस्या का समाधान तुरंत किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि कबीरधाम जिले का सबसे बड़ा कवर्धा शहर एक “समृद्ध कवर्धा-सुव्यस्थित कवर्धा“ के मॉडल शहर के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के विशेष प्रयासों से प्रदेश में एक मॉडल नगर पालिका के रूप में विकसित करने के लिए चार बड़े-बडे़ कार्ययोजना की गई है। इसमें कवर्धा नगर पालिका के सामने सुव्यस्थित चौपाटी, गार्डन सहित सौदर्यीकरण का कार्य शामिल है। चौपाटी के लिए राज्य शासन से करोडों़ रूपए की स्वीकृति मिल गई। कलेक्टर ने शीघ्र ही चौपाटी का काम शुरू करने के निर्देश दिए है।