कवर्धा, 12 सितम्बर 2024। राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत कलेक्टर जनमेजय महोबे के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में ’’वजन त्यौहार 12 सितम्बर से 23 सितम्बर 2024 का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान संपूर्ण जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों द्वारा लगभग 80 हजार बच्चों के वजन एवं उंचाई का माप किया जाएगा। आज जिले के 63 सेक्टरों के 59 कलस्टरों में वजन त्यौहार आयोजित किया गया। विकासखण्ड सहसपुर लोहारा के ग्राम बांधाटोला के 3 आंगनबाड़ी केन्द्रों व 01 के आंगनबाड़ी केन्द्र में आयोजित वजन त्यौहार में जिला कार्यक्रम अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान उन्हांने रेण्डम बच्चों के वजन और उंचाई की जांच की। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को सावधानी से वजन एवं उंचाई लेने कहा। उपस्थित पालकों को बच्चों के पोषण स्तर के बारे में जानकारी दिया गया ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद तिवारी ने बताया कि आयोजन प्रक्रिया अंतर्गत केन्द्रवार निरीक्षण केन्द्र दल का गठन किया गया है। जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संयोजक के रूप में कार्य करते हुए स्थानीय मितानीन, पंच, स्थानीय शाला शिक्षक, अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्रत्येक ग्राम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से पालकों को आमंत्रित कर निर्धारित तिथि में वजन कराने एवं पोषण स्तर की जानकारी दी जा रही है। वजन लेने का कार्यक्रम कलस्टर स्तर पर किया जा रहा है।
वजन त्यौहार आयोजन के मुख्य उद्देश्य
कुपोषण के प्रति समुदाय को जागरूक करना, प्रत्येक परिवार को उनके बच्चों को चिन्हित कर कुपोषण की सही स्थिति का पता लगाना, कुपोषण की सही स्थिति को जानकर प्रत्येक बच्चें की जानकारी सॉफ्टवेयर में दर्ज कर राज्य में कुपोषित बच्चों की स्थिति का डाटाबेस तैयार करना है। राज्य के प्रत्येक केन्द्र, ग्राम पंचायत, विकासखंड में कुपोषण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए कुपोषण कम करने की कार्ययोजना तैयार किया जाना, क्षेत्र विशेष, वर्ग विशेष में कुपोषण की पहचान करना जिससे यह भी स्पष्ट हो सके कि किन स्थानों पर और किन कारणों से कुपोषण अधिक है ताकि उनके लिए विशिष्ठ कार्ययोजना बनाई जा सके, कुपोषण की रोकथाम के लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु बेसलाईन सर्वे एवं लक्षित बच्चों का चिन्हांकन करना है। किसी भी कलस्टर स्तर पर आयोजित त्यौहार में यदि कोई बच्चा वजन से छुट जावे तो उक्त अवधि में पल्स पोलियों की तर्ज पर घर-घर जाकर बच्चों का वजन किया जाएगा एवं पर्यवेक्षक द्वारा इसका पर्यवेक्षण किया जाएगा। इस प्रकार यह सुनिश्चित् किया जाना है कि, केन्द्रवार ग्रामों में कोई भी बच्चा वजन के लिये छुट ना पाए। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए है। वजन की एन्ट्री ऑनलाईन एप्प पर की जाएगी एवं बच्चे के पोषण स्तर की जानकारी से पालकों को अवगत करा आवश्यक परामर्श एवं जानकारी दी जाएगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक जनसमुदाय एवं जनप्रतिनिधियों को शामिल कर सफल बनाने की अपील की गई है।