
छत्तीसगढ़ में सोमवार से बस और ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर चले गए। इसके चलते अधिकतर जिलों में बसों और ट्रकों के पहिए थमे रहे। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा, जगदलपुर सहित अन्य जिलों में स्टैंड से बसें नहीं निकली हैं। वहीं हाईवे पर ट्रक खड़ा कर चालकों ने जाम लगा दिया।
सरगुजा और बस्तर में अन्य वाहनों के चालकों के साथ झड़प भी हुई है। हालांकि मौके पर पहुंचकर पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया। फिलहाल प्रदेश में ज्यादातर जगह चक्काजाम दोपहर बाद खत्म हो गया है। यह चालक देश में लागू हुए नए हिट एंड रन कानून का विरोध कर रहे हैं।
5 तस्वीरों में देखिए ट्रक-बस चालकों की हड़ताल का असर…





रायपुर : यात्रियों को बस से उतारा, गाली-गलौज
- रायपुर के भाटागांव स्थित बस स्टैंड पर पहुंचे यात्रियों को बस ड्राइवर लौटाने लगे। कुछ बस चालक यात्रियों को बैठाकर आगे बढ़ने लगे। ये देख दूसरे बस चालकों ने विवाद कर दिया। जबरदस्ती यात्रियों को बस से बाहर निकाला गया, गाली-गलौज भी की गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया।
- भाटागांव बस स्टैंड से करीब 200 से अधिक बसें संचालित होती हैं। बस स्टैंड पर चल रहे बवाल के बीच रायपुर के रिंग रोड नंबर 4 पर ट्रक ड्राइवरों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने अपने ट्रक सड़क पर लगा दिए और रोड पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। इससे लंबा जाम लग गया।


दुर्ग : अहिवारा-कवर्धा मार्ग पर लगाया जाम
- दुर्ग में जेके लक्ष्मी सीमेंट प्लांट में लगे ट्रक ड्राइवरों ने अहिरवारा से कवर्धा जाने वाले मार्ग पर जाम लगा दिया। उन्होंने अपने ट्रक बीच सड़क पर खड़े कर दिए। इसके चलते दोनों ओर से वाहनों की कतार लग गई। पुलिस ने पहुंचकर मामला संभाला और करीब एक घंटे बाद जाम खुलवाया।
- ट्रक चालकों ने का कहना है कि वो लोग कम पढ़े-लिखे हैं। उनकी पहुंच केंद्र सरकार तक नहीं है, इसलिए उन्होंने चक्का जाम किया है। इससे बड़े लोग परेशान होंगे, तो वो लोग उनकी आवाज को सरकार तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कार और बाइक चालकों से कहा कि ये कानून उन पर भी लागू होता है, इसलिए साथ दें।

बस्तर : ट्रक चालकों की टैक्सी चालकों से झड़प
- जगदलपुर में BPS (बस्तर परिवहन संघ) के सदस्य सड़क पर उतरे हैं। नया साल होने के कारण बसों में यात्रियों का दबाव अधिक है। हड़ताल से लंबी दूरी से लेकर लोकल बसों के भी पहिए थमे हैं। हड़ताल का फायदा उठाकर यात्रियों को बैठने के लिए पहुंचे टैक्सी और चार पहिया वाहन चालकों से बस ड्राइवरों की झड़प भी हुई।

बिलासपुर : रतनपुर हाईवे जाम, कहा- ऐसा कानून नहीं चाहिए
- बिलासपुर में बस और ट्रक के ड्राइवर हड़ताल पर हैं। उन्होंने रतनपुर हाईवे पर वाहन खड़े कर दिए और विरोध-प्रदर्शन किया। चालकों ने कहा कि वह रोजाना करीब 400 रुपए कमाते हैं। हादसे में इस तरह से जुर्माना और सजा होगी, तो परिवार भुखमरी की कगार पर आ जाएगा। ऐसा कानून न लाया जाए।
सरगुजा : बाहर से आने वाले यात्री वाहनों को रोका गया
- मुख्यालय अंबिकापुर सहित पूरे सरगुजा संभाग में दोपहर बाद चक्काजाम खत्म हो सका। सुबह से ही ड्राइवरों ने ट्रकों, टैंकरों और कैप्सूल वाहनों को चौक-चौराहों पर खड़ा कर सभी मुख्यमार्गों को जाम कर दिया। इस दौरान चालकों ने खुलेआम गुंडागर्दी की। बाहर से आने वाले यात्री भी परेशान रहे।
- चालकों ने अंबिकापुर रिंग रोड, गांधी चौक, बिलासपुर चौक, खरसिया नाका, रामानुजगंज नाका, अंबेडकर चौक और सभी मुख्य चौक पर गाड़ियों को बेतरतीब खड़ा कर दिया। बाहर से यात्रियों को लेकर आने वाले वाहनों को भी बाहर ही रोक दिया गया।

GPM : रेलवे स्टेशन तक नहीं पहुंच पा रहे लोग
- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में ड्राइवर संघ ने प्रदर्शन और चक्काजाम कर दिया। पेंड्रा के दुर्गा चौक और सेमरा तिराहा में चालकों ने नए कानून के विरोध में प्रदर्शन शुरू किया, जिसके चलते शहर के मुख्य चौक पर जाम की स्थिति बन गई। वही पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन जाने वाले वाहनों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बलौदाबाजार : बाई पास रोड पर चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवा दिया है, लेकिन ड्राइवरों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
कोरबा: इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के डीलर्स को सामग्री आपूर्ति करने वाले अनुबंध टैंकर चालकों ने कामकाज शुरू कर दिया है। पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला के समझाने के बाद टैंकर चालक अपने काम पर लौट आए। गोपालपुर स्थित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के टर्मिनल से विभिन्न जिलों के डीलर्स को डीजल पेट्रोल की आपूर्ति की जा रही है।

महासमुंद : नए साल में बस और ट्रक चालकों ने परिचालन बंद कर दिया है। इससे यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं परिवहन विभाग के अफसर भी बिना सूचना के चालकों हड़ताल पर जाने से असमंजस में हैं और उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन लेने की बात कह रहे हैं।
