देश के प्रसिद्ध भागवत कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा की जहां सनातनियों की संख्या कम है, वहां के हालात पाकिस्तान जैसे बने हुए हैं। पुलिस भी उन इलाकों में घुसने से डरती है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो सनातन को मानेगा देवकीनंदन उसके साथ खड़ा है। राजनीतिक पद में तो लोग आते-जाते रहते हैं। देवकीनंदन शनिवार को एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रायपुर आए थे। साथ ही धार्मिक से लेकर कई राजनीतिक सवालों का जवाब दिया और विवादित बयानों पर भी खुलकर बोले।
सवाल- देवकीनंदन ठाकुर किस राजनीतिक पार्टी के साथ खड़े हैं?
जवाब- जो सनातन को मानेगा देवकी नंदन उनके साथ खड़ा है। राजनीतिक पद पर तो लोग आते-जाते रहते हैं, लेकिन सनातन स्थाई है। इसी वजह से मेरा आशीर्वाद सनातनियों को है।
सवाल- कई बार ऐसे बयान आते हैं कि हिंदू खतरे में है। इससे देश में भविष्य का कैसा वातावरण बनेगा? आप क्या सोचते हैं?
जवाब- देखिए, हमारे देश में जहां हमारी संख्या कम है, वहां हमें भविष्य का खतरा दिखता है। यह बात मैं केवल कैमरे के सामने नहीं बोल रहा, बल्कि सच्चाई सबको पता है। वहां पर हमें लगता है जैसे हम पाकिस्तान में रह रहे हैं। हमें अपनी आने वाली पीढ़ी के भविष्य का डर है। देश के कई शहरों, मोहल्लों में हमारी संख्या कम है, वहां पुलिस भी घुसने से डरती है। मुझे उनसे तकलीफ नहीं है, बस आने वाले पीढ़ियों को सोचकर परेशान हूं।
सवाल- छत्तीसगढ़ में बीतें दिनों कवर्धा समेत कुछ जगहों पर सांप्रदायिक हिंसा देखने को मिली? क्या कहना चाहेंगे?
जवाब- ये घटना क्यों हुई! कैसे हुई! इसकी डिटेल्स मुझे नहीं पता, लेकिन इसका जो भी कारण रहा हो, वो बिल्कुल अच्छा नहीं है।
सवाल- छत्तीसगढ़ में बीते दिनों धर्मांतरण का मुद्दा गरमाया। इस बारे में आपकी क्या राय है?
जवाब- धर्मांतरण क्यों होना चाहिए। ये तो कोई परिवर्तन करने का विषय नहीं है। सनातन धर्म कहता है…. झूठ मत बोलो, मदिरापान मत करो, चींटी को भी मत मारो। इसे कोई तभी बदल सकता है जब वो अधर्मी बन जाएगा। सनातन तभी छूटेगा जब आप दुष्ट प्रवृत्ति के हो जाओगे। सिर्फ चंद पैसे लेने या सुविधाएं देने से धर्म परिवर्तन नहीं हो जाएगा।
सवाल- आपने ऐसा कहा है कि आगरा में धर्म विशेष के धार्मिक जगह के नीचे भगवान कृष्ण की मूर्ति दबी हुई है? क्या है पूरा मामला?
जवाब- हमने आगरा के धर्म विशेष की जगह पर इस साल जून में केस किया है। हमें पता चला है कि वहां पर नीचे भगवान किशन की मूर्ति दबी हुई है। बागेश्वर वाले धीरेंद्र शास्त्री और हमने तीन दिन पहले ये बात भी कही है। जब तक भगवान की छवि वहां की सीढ़ियों में रहेगी। तब तक सभी सनातनियो का अपमान होगा। यह सनातनी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, कोर्ट के जज सभी लोग हैं। औरंगजेब के समय से हो रहे इस अपमान के लिए हमें न्याय चाहिए। इसे मशीनों के सहारे जांच करवाने में आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
सवाल- आपका एक बयान था कि सनातनियों को भी 4-5 बच्चें पैदा करना चाहिए। ऐसा कहने के पीछे क्या कारण है?
जवाब- जी हां मैंने कहा था। जब तक जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं आ जाए। तब तक सनातनियों को हम 2 हमारे 2 में यकीन नहीं करना चाहिए। जब तक हम बहुसंख्या में हैं, तब तक यह देश और संविधान सुरक्षित रहेगा। जिस दिन सनातनी कम हो गए या बराबर में आ गए, उस दिन देश में संविधान नहीं बचेगा। ये आप लिख लीजिए। आज हो सकता है कि मैं कई लोगों को बुरा लगूं, लेकिन मैं बुरा फील करवाने के लिए नहीं बोल रहा हूं। आप अपने आसपास के देशों में देख लीजिए। पाकिस्तान में 23% हिंदू थे जो अब 3% हो गए हैं। वहां 6 साल की बच्ची का ब्याह 60 साल के बुड्ढे के साथ करवा दिया जाता है। मंदिरों को तोड़ा जाता है। यह सब देख कर क्या हमारा खून नहीं खौलेगा! जब समाज का बुरा हाल होता है तो उसे बचाने आपको खुद खड़ा होना पड़ता है।
सवाल- अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होना है, कितनी खुशी है?
जवाब- सभी सनातनियों में बहुत ही खुशी है। हम चाहते हैं कि अयोध्या में जब भगवान राम प्रकट हों, उस समय मथुरा में भगवान कृष्ण के जन्मभूमि का काम भी शुरू हो जाए।
सवाल- छत्तीसगढ़ में दो राम बोले जाते एक कांग्रेस के और एक भाजपा के… क्या कहना चाहेंगे इसमें आप?
जवाब- भगवान राम तो एक ही हैं। ‘जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।’ एक रावण के नजरिये से राम थे, तो दूसरे विभीषण की नजर में थे। दोनों रहते एक ही जगह पर थे। उन्हें आप जिस दृष्टि से देखोगे उसे वो पूर्ण करेंगे।
सवाल- युवाओं में धर्म को लेकर कई सवाल होते हैं। जिसमें मंदिरों में पहने जाने वाले कपड़ों से लेकर, धर्म के पालन तक की बात है। क्या मानना है आपका?
जवाब- आप जब प्रधानमंत्री या विधायक से मिलने जाते हैं तो आप कभी भी फटी जींस और खुले बदन नहीं जाएंगे। उसी प्रकार अपने आराध्य से मिलने के लिए भी आपको शालीनता से जाना चाहिए। हालांकि आजकल के कई युवा माथे में तिलक और गले में कंठी पहन रहे हैं जो बहुत अच्छा है। वे हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं। ये एक नए भारत की शुरुआत है।