
कबीरधाम (कवर्धा) जिला अस्पताल में मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार का सकारात्मक असर दिख रहा है। आधुनिक सुविधाओं, विशेषज्ञ चिकित्सकों और उन्नत प्रसव सेवाओं के कारण प्रसूता महिलाओं का भरोसा बढ़ा है। पहले जहां महीने में औसतन 230–240 प्रसव होते थे, अब यह संख्या बढ़कर 380–390 पहुंच गई है। अक्टूबर 2025 में रिकॉर्ड 413 प्रसव और नवंबर में 400 प्रसव दर्ज किए गए।
अस्पताल ने जनवरी 2025 से अब तक 1331 रात्रिकालीन सिजेरियन ऑपरेशन कर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। बेहतर उपचार के चलते आसपास के जिलों—खैरागढ़, बेमेतरा, मुंगेली—साथ ही मध्यप्रदेश के मंडला व बालाघाट से भी बड़ी संख्या में महिलाएं कवर्धा आ रही हैं। प्रसूता महिलाओं के परिजनों ने अस्पताल की सुविधाओं और सुरक्षित प्रसव के लिए संतोष जताया।
लगातार बढ़ रहे प्रसव आंकड़े और बच्चों की किलकारी यह संकेत देते हैं कि कवर्धा जिला अस्पताल अब क्षेत्र का प्रमुख मातृ-शिशु स्वास्थ्य केंद्र बन चुका है।





