हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजा कवर्धा, महाकाल की बारात आज होगी नगर भ्रमण के लिए रवाना

कवर्धा। महाशिवरात्रि के अवसर पर जिलेभर में शिवभक्ति का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है, जहां जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है। पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर, ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर और कामठी महादेव मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुआ है।
महाकाल की भव्य बारात और शिव-गौरी विवाह का आयोजन
महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा श्री महाकाल भक्त मंडल द्वारा भव्य शिव-गौरी विवाह का आयोजन किया जा रहा है। पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर में दोपहर 2:30 बजे भगवान शिव का महाभिषेक किया जाएगा, जिसके बाद शाम को महाकाल की बारात पूरे शहर में शोभायात्रा के रूप में निकलेगी। इस भव्य शोभायात्रा में देवी-देवताओं की झांकियां, भूत-प्रेत बाराती और हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे। बारात विभिन्न मार्गों से होते हुए मां महामाया मंदिर पहुंचेगी, जहां शिव-गौरी विवाह का भव्य आयोजन होगा। इस दौरान हरियाणा के कलाकारों की विशेष झांकी भी आकर्षण का केंद्र रहेगी।
पंचमुखी महाकाल और 10 फीट के नंदी होंगे मुख्य आकर्षण
इस वर्ष आयोजन के पांच वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पंचमुखी महाकाल की विशेष प्रतिमा स्थापित की गई है। इस प्रतिमा में चार मुख पिछले चार वर्षों की प्रतिमा के समान हैं, जबकि पाँचवाँ मुख दूल्हा बने महाकाल को समर्पित है। महाकाल 10 फीट ऊंचे नंदी पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे।
भोरमदेव और कामठी महादेव मंदिर में भक्तों का सैलाब
भोरमदेव मंदिर, जिसे छत्तीसगढ़ का खजुराहो कहा जाता है, में महाशिवरात्रि पर रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप और विशेष शिव आराधना की जा रही है। यहां भोरमदेव और कामठी महादेव मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी हुई हैं। वहीं, शिव-गौरी विवाह के आयोजन के साथ-साथ भव्य भस्म आरती होगी, जिसमें शिवभक्त पूरी आस्था के साथ भाग लेंगे।
51 किलो लड्डू का महाभोग और प्रसादी वितरण
पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर समेत जिले के प्रमुख शिवालयों में 51 किलो लड्डू से भगवान शिव का महाभोग लगाया गया। महाकाल भक्त मंडल द्वारा श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की गई है।
शिवभक्ति में लीन हुआ कवर्धा, जय भोले के जयकारों से गूंजा शहर
महाशिवरात्रि के अवसर पर पूरे कवर्धा शहर में श्रद्धा और आस्था का माहौल बना हुआ है। मंदिरों में भजन-कीर्तन हो रहे हैं, शिवभक्तों द्वारा विशेष अनुष्ठान किए जा रहे हैं और पूरे जिले में “हर-हर महादेव” के जयकारे गूंज रहे हैं। आयोजन समिति ने श्रद्धालुओं से इस महापर्व पर अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आग्रह किया है ताकि सभी भक्तजन भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकें।
