कवर्धा, 07 अक्टूबर 2024। कबीरधाम जिले के कवर्धा विकासखंड के ग्राम मोटियारी ने जल संकट को पार करते हुए एक नई दिशा प्राप्त की है। सरकार की जल जीवन मिशन ने ग्रामीणों के न सिर्फ जीवन स्तर को सुधारा है बल्कि गांव की तकदीर और तस्वीर बदली है। इस योजना ने वहां के लोगों को एक नई उम्मीद भी दी है। मोटियारी गाँव में लगभग 176 परिवार निवासरत् हैं, इस गांव में पानी की गंभीर समस्या थी। ग्रामीणों को तालाबों और कुओं से पानी लाने में कठिनाई होती थी, जिससे उनका जीवन कठिन बन गया था, खासकर महिलाओं और बुजुर्गों के लिए। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन में ग्राम मोटियारी में जल जीवन मिशन के तहत 112 लाख की लागत से उच्च स्तरीय जलागार का निर्माण किया गया, जिसने न केवल पेयजल संकट को समाप्त किया है, बल्कि गाँव की जल वितरण प्रणाली को भी मजबूत किया है। अब हर घर में नल से पानी उपलब्ध है, जिससे ग्रामीणों की दिनचर्या में बड़ा बदलाव आया है। गांव के उपसरपंच श्री जागराम पटेल और अन्य ग्रामीणों ने इसे ऐतिहासिक परिवर्तन बताया है, जो उनके जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध हुआ है।
शुद्ध पेयजल उपलब्ध होने से ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी की मुस्कान लौट आई है
ग्राम मोटियारी में पानी की समस्या के स्थायी समाधान के लिए 1 करोड़ 12 लाख की लागत से एक उच्च स्तरीय जलागार का निर्माण किया गया है। इस परियोजना के तहत, गाँव में कुल 176 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन प्रदान किए गए हैं, जिससे शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो रहा है। इससे ग्राम में पेयजल संकट का समाधान हो गया है, और ग्रामीणों के चेहरे पर खुशी की मुस्कान लौट आई है। इस जलागार ने गाँव की जल वितरण प्रणाली को मजबूत बनाया है, जिससे हर घर में पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से होने लगी है। जलागार के माध्यम से गाँव में पानी का संरक्षण और वितरण दोनों ही बेहतरीन तरीके से किया जा रहा है। अब ग्रामीण बिना किसी परेशानी के स्वच्छ पानी का उपयोग कर पा रहे हैं, जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है। इस पहल ने मोटियारी गाँव को एक नई दिशा दी है और स्थानीय समुदाय के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
नए निर्माण से गांव की बदली तस्वीर
ग्राम मोटियारी के सरपंच यशवंत सिंह राजपूत ने जल जीवन मिशन की सफलता में उनकी सक्रियता और प्रभावी नेतृत्व से गांव की जल संकट की समस्या का समाधान किया गया। उन्होंने ग्रामीणों और प्रशासन के बीच समन्वय स्थापित कर योजना को सुचारू रूप से लागू करने में अहम योगदान दिया। उपसरपंच श्री जागराम पटेल ने बताया कि जल जीवन मिशन और उच्च स्तरीय जलागार के निर्माण से गाँव की स्थिति में एक ऐतिहासिक बदलाव लाया है। पहले जहाँ पानी के लिए संघर्ष था। अब हर घर में पानी की उपलब्धता ने जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना दिया है।
गांव की महिलाओं और बुजुर्गों का बदला जीवन
पहले गांव की महिलाओं को सुबह-शाम कई किलोमीटर चलकर तालाब या कुएं से पानी लाना पड़ता था। ग्रामीण श्रीमती महेशियाबाई और श्रीमती ज्योति धुर्वे ने बताया कि पहले पानी की कमी के कारण घर के कामकाज भी प्रभावित होते थे। अब नल से पानी मिलने से उनका जीवन सरल हो गया है और वे समय को अन्य आवश्यक कार्यों में लगा पा रही हैं। श्रीमती फुलेश्वरी पटेल ने बताया कि उन्होंने पिछले 40-45 वर्षों में गाँव में ऐसा बड़ा बदलाव कभी नहीं देखा। पहले पानी की कमी से स्वास्थ्य और समय दोनों प्रभावित होते थे। लेकिन अब गांव की सभी घरों में नल से पानी की नियमित आपूर्ति से जीवन आसान हो गया है।
मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग
गाँव में श्रीमती सतरूपा सिन्हा जो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिनों द्वारा पानी की गुणवत्ता की जाँच फील्ड टेस्ट कीट के माध्यम से नियमित रूप से की जाती है। इससे यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर घर को शुद्ध और सुरक्षित जल उपलब्ध हो रहा है।
ग्राम मोटियारी में हर घर जल प्रमाणीकरण कार्यक्रम का किया गया आयोजन
ग्राम मोटियारी में जल जीवन मिशन के तहत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई। 23 सितंबर 2024 को गाँव में हर घर जल प्रमाणीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें गाँव के सभी 176 घरों तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। इस कार्यक्रम में ग्रामीणों की उपस्थिति में प्रत्येक घर को जल आपूर्ति से जोड़े जाने की सफलता का उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर गाँव में शहर घर जल उत्सव का आयोजन किया गया, जो कि गाँव के जल संकट के समाधान और हर घर में शुद्ध जल की उपलब्धता का प्रतीक था। इस प्रमाणीकरण से यह सुनिश्चित हुआ कि गाँव के सभी घरों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध हो रहा है। जिससे गाँव के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। जल जीवन मिशन के तहत किए गए इन प्रयासों से गाँव के लोगों का जीवन पूरी तरह से बदल गया है। पानी की नियमित आपूर्ति से गाँव में स्वच्छता और स्वास्थ्य में सुधार हुआ है और अब ग्रामीण बेहतर जीवन जीने में सक्षम हैं।