**पंडरिया:** पंडरिया नगर में कोटपा (COTPA) एक्ट के नियमों का खुला उल्लंघन हो रहा है, और पुलिस प्रशासन इस पर कोई सख्त कार्रवाई करने में नाकाम साबित हो रहा है। शैक्षणिक संस्थान, स्कूल, और अस्पतालों के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध होने के बावजूद, ये दुकानें जोर-शोर से संचालित हो रही हैं।
विशेष रूप से, स्थानीय निवासियों का आरोप है कि कई दुकानदार, जो राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लोगों से जुड़े हुए हैं, खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, स्थानीय नेता और राजनैतिक रूप से जुड़े लोग इन दुकानों के संचालकों के साथ मिलकर प्रशासन पर दबाव डालते हैं, जिससे कार्रवाई की रफ्तार धीमी हो जाती है या पूरी तरह रुक जाती है। इस तरह की राजनीतिक दखलअंदाजी के चलते, कानून का पालन करवाने में प्रशासन असमर्थ नजर आ रहा है।
कोटपा एक्ट की धारा 6(b) के तहत स्कूलों और अस्पतालों के 100 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इस एक्ट का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों से बचाना है, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते इस कानून का पालन नहीं हो पा रहा है।
कबीरधाम जिले में भी कुछ समय पहले ऐसे ही मामलों में प्रशासन ने सख्त कदम उठाए थे, लेकिन पंडरिया में प्रशासन की निष्क्रियता के कारण स्थिति बिगड़ती जा रही है। पंडरिया के स्थानीय निवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि वे राजनीतिक दबाव से ऊपर उठकर इस कानून का सख्ती से पालन करवाएं।
प्रशासन को चाहिए कि वह पंडरिया नगर के अंतर्गत आने वाले ऐसे सभी दुकानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे और यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में इस प्रकार के उल्लंघन ना हों। जनता की सुरक्षा और बच्चों के भविष्य के लिए प्रशासन को तुरंत कदम उठाने की जरूरत है। पंडरिया के निवासियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि वह इस मामले में और अधिक सोया रहा, तो वे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।