पंडरिया विधानसभा के वनांचल क्षेत्र कुकदुर अंतर्गत ग्राम सेमरहा में तेंदुपत्ता संग्राहकों के सड़क दुर्घटना में दिवंगत 19 लोगों के आज दशगात्र कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, राजनांदगांव सांसद संतोष पाण्डेय और पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने सम्मिलित होकर दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने परिवारजनों से भेंट कर उनका कुशलक्षेम जाना। इस दौरान दशगात्र कार्यक्रम में लगभग 10,000 से 12,000 की बड़ी संख्या में ग्रामवासी व क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह बहुत ही दुखद घटना है और राज्य सरकार इस हादसे में हताहत परिवारों के आर्थिक सहयता से लेकर हर संभव सहयता के लिए तत्पर है। अपने परिवारजनों को खोने का जो दुःख है उसे मैं समझ सकता हूँ। सीएम विष्णु देव साय ने दशगात्र में श्रद्धांजलि देते हुए कहा यह समय बहुत पीड़ा दायक है ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कही भी और कभी भी ऐसा घटना न हो। उन्होंने कहा इस दुर्घटना में सर्वाधिक माताओं का देहावसान हो गया पूरे गाँव में सबने अपना कोई नजदीकी खोया है। मैं बूढ़ा देव से प्रार्थना करता हूँ इस दुःख की घड़ी से निकलने के लिए ईश्वर संबल प्रदान करें। उन्होंने कहा इस घटना ने न केवल छत्तीसगढ़वासियों बल्कि पूरे देश ने अपनी संवेदना व्यक्त की। इस हादसे का दुःख मुझे भी है इसलिए आज उन सभी दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने और परिवारजनों से उनका हालचाल जानने व उनका दुःख बाँटने के लिए आज यहां आया हूँ। राज्य सरकार हताहत परिवारजनों के प्रति हर संभव मदद करने के लिए तत्पर है और राज्य शासन द्वारा परिवारजनों हेतु घोषित आर्थिक सहयता राशि जल्द ही उनके खतों में हस्तांतरित कर दी जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप एवं राजनांदगांव सांसद संतोष पाण्डेय ने भी परिवारजनों से भेंट कर संवेदना व्यक्त की एवं संबोधित कर हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।
पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने भी श्रद्धांजलि अर्पित कर परिवारजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि पंडरिया विधानसभा का हर व्यक्ति मेरे परिवार का सदस्य है। उन्होंने मुझे हर समय अपना आशीर्वाद और प्रोत्साहन दिया है और एक जनप्रतिनिधि के रूप में मुझे अपनी सेवा करने का अवसर प्रदान किया है। कुकदुर क्षेत्र में जो हृदयविदारक घटना हुई और उसमें 19 लोगों के निधन होने की खबर ने मुझे अंदर से झकझोर कर रख दिया। जब उन परिवारों से मैनें मुलाकात की और उनका दुःख देखा मैं भी भावुक हो गई। उनका दुःख देखकर खासकर उन 24 बच्चों को देखकर मन को बहुत ही पीड़ा हुई।
भावना बोहरा ने आगे कहा कि आज भी उन सभी बच्चों एवं परिवारजनों से भेंट के दौरान मन बहुत ही भावुक है। उन बच्चों के सामने अभी पूरा भविष्य है और उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के साथ ही परिजन का हाथ सर से उठ जाना बहुत ही दुखद है। इसलिए मैंने उन बच्चों की पीड़ा कम करने, उन्हें अच्छी शिक्षा मिल सके, उन्हें रोजगार मिल सके ताकि वे अपने उज्ज्वल भविष्य के साथ-साथ अपने परिजनों को भी आर्थिक रूप से सहयता कर सकें वहीं बेटियों का विवाह कर उन्हें एक खुशहाल जीवन देने के लिए यह प्रयास किया है। आज मैं पंडरिया विधानसभा के जिस भी क्षेत्र में जाती हूँ मुझे एक परिवार की भांति प्यार मिलता है और क्षेत्रवासियों ने मुझे जितना स्नेह,समर्थन और मार्गदर्शन दिया है, मुझे लगता मैं जितना भी उनके लिए कुछ कर सकूँ उनके सुख दुःख में साथी बन सकूँ वह कम है। इस हादसे के प्रति मैं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी की संवेदना के लिए भी आभार व्यक्त करती हूँ साथ ही उनके द्वारा सरकार की ओर से जो आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई है वह जनता के प्रति उनकी संवेदना को व्यक्त करती है।
इस दौरान भावना बोहरा ने यह भी बताया कि दशगात्र व अन्य कार्यक्रम पूर्ण होने के बाद एक दिन उन सभी 24 बच्चों के साथ बैठकर सीधे संवाद कर उनके मन की बात जानने का प्रयास करुँगी। सभी बच्चों में कहीं न कहीं अपने उज्ज्वल भविष्य को लेकर एक दिशा व अलग-अलग क्षेत्रों में रूचि होगी उसे जानने के लिए संवाद एक सबसे अच्छा माध्यम होगा और उनके विचार प्राप्त कर उनकी शिक्षा व रोजगार हेतु आगे की रुपरेखा तय करने के लिए मैं पूरी जिम्मेदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करुँगी। इसके साथ ही समय-समय पर उनके साथ रहकर,समय बिताकर उन्हें प्रोत्साहन देने व शिक्षा, कौशल विकास एवं उनके हुनर को प्रोत्साहन देने के लिए एक अभिभावक की तरह निरंतर कार्य करती रहूंगी। उन्हें अपने परिजनों की कमी महसूस न हो और वे अपना भविष्य संवारने के साथ ही परिवार की जिम्मेदारी भी उठा सकें यही मेरा मुख्य उद्देश्य है।
विदित हो कि वनांचल क्षेत्र कुकदुर के बहपानी के समीप पिकअप खाई में गिरने से तेंदुपत्ता संग्रहण करके आ रहे सेमरहा गाँव के 19 लोगों का निधन हो गया था, जिसके बाद विधायक भावना बोहरा एवं राज्य सरकार द्वारा परिवारजनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई। इसके बाद भावना बोहरा ने उन परिवारजनों से जाकर भेंट कर संवेदना व्यक्त की और हादसे में दिवंगत 19 लोगों के बच्चों के शिक्षा,रोजगार एवं विवाह तक पूर्ण जिम्मेदारी निभाने के लिए भावना बोहरा ने उन्हें गोद लिया है।