छत्तीसगढ़ की धर्मस्व नगरी में आयोजित राजिम कुंभ कल्प में 3 मार्च को शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती औैर शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती के साथ वृंदावन और मध्यप्रदेश के संत भी पहुंचेंगे। उन्होंने राजिम कुंभ में पहुंचने की सहमति दे दी है।
राजिम कल्प कुंभ समिति के सदस्य गिरीश बिस्सा ने बताया कि डासना देवी मंदिर के महंत और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद महाराज, वृंदावन आश्रम के प्रेमानंद महाराज को भी न्योता दिया गया है। मध्यप्रदेश के गुरुशरण शर्मा पंडोखर सरकार भी राजिम पहुंचेंगे।
कलाकार बना रहे माहौल
राजिम कुंभ में स्थानीय कलाकारों द्वारा लगातार कार्यक्रमों का आयोजन करके भक्तिमय माहौल बनाया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों ने इस तरह से कार्यक्रमों का आयोजन किया है, कि हर दिन भगवान राम से जुड़े हुए दो से चार कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है।
शाही स्नान 8 मार्च को होगा
राजिम कुंभ में तीन महत्तवपूर्ण स्नान होंगे। पहला स्नान 24 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन होगा। दूसरा स्नान चार मार्च जानकी जयंती के दिन होगा। तीसरा स्नान आठ मार्च को शिवरात्रि के दिन होगा, यही शाही स्नान होगा।
आज इन कार्यक्रमों का होगा आयोजन
- पंडवानी
- रामायण
- फाग मंडली
- भजन संध्या
- सतनाम मंगल भजन
- भजन
- बारहमासी नृत्य
- सुवा नृत्य
राजिम कल्प कुंभ में हर दिन हो रही महाआरती
राजिम कुंभ कल्प 2024 मेला में जबलपुर से आईं साध्वी प्रज्ञा भारती के सानिध्य में प्रतिदिन महानदी की महाआरती की जा रही है। जिसमें बड़ी संख्या में साधु-संतों के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि और मेला में आए श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। महाआरती की शुरुआत 11 पंडितों मंत्रोच्चारण के साथ करते हैं। एक साथ मंत्रोचार से पूरा राजिम मेला स्थल भक्तिमय माहौल से डूब जाता है।
फोटो में देखे राजिम कल्प कुंभ की झलक…