कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि मौसम विज्ञान विभाग इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा 15 फरवरी 2024 गुरुवार को एक दिवसीय किसान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन ‘’जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव एवं कृषि मौसम समसमायिक सलाह‘‘ भारत मौसम विभाग, नई दिल्ली द्वारा वित्तीय पोषित परियोजना-ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना के सहयोग से आकांक्षी ब्लॉक-बोड़ला के ग्राम-जैताटोला में किया गया।
वैज्ञानिक, कृषि मौसम विज्ञान विभाग इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर डॉ. हर्ष वर्धन पुराणिक ने बताया कि इस परियोजना के तहत किसानों को जलवायु परिवर्तन से कृषि पर होने वाले परिणाम तथा उनसे बचने के उपाय से अवगत कराया जाता है तथा खेती, मौसम आधारीत करने की सलाह दी जाती है। जिससे उनकी फसल की लागत को कम कर, अधिक मुनाफा ले सकें एवं हफ्ते मे दो बार (मंगलवार व शुक्रवार) कृषि मौसम आधारित सलाह, जो कृषि मौसम विज्ञान विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों से जैसे न्यूज पेपर, रेडियो, टीवी, ईमेल, व्हाट्सएप्प तथा विभिन्न कृषि विभाग के माध्यम से किसानो के लिए दी जाती है।
उन्होंने बताया कि विभिन्न मोबाइल एप्प जैसे क्रॉप डॉक्टर, मौसम, मेघदूत, उमंग, दामिनी जैसे एप्प जो कि पांच दिन का मौसम पूर्वानुमान के साथ-साथ कृषि सम्बंधित जानकारी समय-समय पर बताता है, जिसकी जानकारी “ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना” के माध्यम से किसानो को जानकारी दी जाती है और इसकी उपयोगिता से अवगत कराया गया। वरिष्ट वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी. पी. त्रिपाठी, ने जलवायु परिवर्तन से कीट एवं रोग संक्रमण में होने वाले प्रभावों एवं उनके बचने के उपायों के बारे में अवगत कराया। उप संचालक कृषि राकेश कुमार शर्मा ने मौसक के प्रतिकूल प्रभावों से होने वाले नुकसान के भरपाई के लिए फसल बीमा कराने की सलाह एवं अन्य विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में बालबृन्द सिंह परिहार और टी. एस. सोनवानी, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, कबीरधाम, ग्रा.कृ.वि.अ. बृजमोहन चंद्रवंशी एवं शोध सहयोगी डॉक्टर मनोज कुमार बेक और सखा राम सोरी तथा जैताटोला ग्राम के 50 से अधिक कृषक मौजूद थे।