जिले के विकास खंड बोड़ला क्षेत्रांतगर्त आने वाली धान उपार्जन केंद्र महराजपुर में सूखती के नाम पर प्रति बोरे में किसानों से आधा से एक किलो अतिरिक्त धान लिया जा रहा है और किसानों के खून पसीने की कमाई पर खुलेआम डाका डाला जा रहा है। वहीं जिम्मेदार अधिकारी कमीशन रूपी धृतराष्ट्र बने बैठे हैं। नतीजन धान खरीदी केंद्र महाराजपुर में भोले भाले किसान भाजपा शासन काल में स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं, जिससे वर्तमान सरकार के प्रति किसानों के मन में विश्वास एवं जागरूकता खत्म होने लगा है।
गौरतलब है कि जब न्यूज़ 24। इंडियन कि टीम धान खरीदी केंद्र महाराजपुर पहुंची तो देखा कि धान खरीदी केंद्र में धान का तौल हो रहा था जहां हमारे द्वारा किसानों से जानकारी लेने पर पता चला कि प्रभारी पूरन पाली के द्वारा 41 किलो 200 ग्राम के हिसाब से धान खरीदी किया जा रहा है किसान अपने घर से 41 किलो 500 ग्राम धान को तौलकर लाते हैं और यहां लाकर पलटी कर देते हैं। किसानों को यह भी पता है कि 40 किलो 700 ग्राम धान तौलकर देना है लेकिन आधा से एक किलो अधिक धान यहां लिया जा रहा है। इससे साफ पता चलता है कि तौल मशीन केवल औपचारिकता पूरी करने के लिए है। तय मात्रा से ज्यादा धान देना किसानों की मजबूरी बन गई है।
महिने भर हुवे बने भाजपा सरकार से नाराज किसान
एक तरफ भाजपा सरकार अपने सरकार को किसानों की हितैषी बताती है तो वहीं उनके प्रशासन में काम कर रहे धान खरीदी प्रभारियों द्वारा खुलेआम किसानों से तय मात्रा से अधिक धान तौल कर अपनी जेब भरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। वहीं किसान भी सरकार के प्रति खासे नाराज नजर आ रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारी दोषी खरीदी प्रभारियों के खिलाफ न तो जांच कर रहे हैं और न ही कार्रवाई कर रहे हैं। कार्रवाई न होने से इनके हौसले और बुलन्द होते जा रहे हैं।अगर ऐसा ही हाल रहा तो आगामी विधानसभा चुनाव में वर्तमान सरकार को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है।