कलेक्टर जनमेजय महोबे ने आज स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा इस माह चलाए जाने वाले दो राष्ट्रीय अभियानों की तैयारियों की समीक्षा की। इन दोनों अभियानों में एक मिशन इन्द्रधनुष अभियान है। यह अभियान तीन चरणों में चलाया जाएगा। पहला चरण 7 अगस्त से प्रांरभ होगा। वही दूसरा महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस अभियान है। यह अभियान 10 अगस्त जिले के एक वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को कृमि नाशक दवाई खिलाने का अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान से वंचित बच्चो ं को 17 अगस्त को भी दवाइयां खिलाई जाएगी। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि यह दोनों महत्वपूर्ण अभियान है। संबंधित विभाग के अधिकारी समन्वय के साथ स्वास्थ्य से जुडे इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय अभियान के सफलता पूर्वक क्रियान्वयन करें। बैठक में डीएफओ चुड़ामणि सिंह, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, अपर कलेक्टर इन्द्रजीत बर्मन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एमके सुर्यवंशी, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सलिल मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी महेन्द्र गुप्ता, महिला एंव बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद तिवारी, डीपीएम सृष्टि शर्मा सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एमके सुर्यवंशी ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार राज्य में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम सुदृढीकरण व मिजल्स व रूबेला वैक्सीन की डोज से छुटे हुए पांच वर्ष तक बच्चों को टीकाकृत किए जाने के लिए राज्य के समस्त जिलों में सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान 07 अगस्त से तीन चरण में चलाया जाएगा।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सलिल मिश्रा ने बताया कि अभियान अंतर्गत 0 से पांच वर्ष की आयु तक के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं का हेडकाउंट सर्वें उपरांत छुट गए लाभाथियों का डयूलिस्ट तैयार किया जाएगा तथा चिन्हित कर पूर्ण टीकाकरण किया जाना है। 7 अगस्त से सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान के प्रथम चरण की शुरुआत होगी। इसके बाद दूसरा चरण 11 सितम्बर और तीसरा व अंतिम चरण 9 अक्टूबर से प्रारंभ होगा। इस अभियान के अंतर्गत गर्भवती माताओं और पांच वर्ष तक की आयु के छूटे हुए बच्चों का स्वास्थ्य टीम टीकाकरण किया जाएगा। अभियान का उद्देश्य उन सभी बच्चों का टीकाकरण करना है जिनका टीकाकरण किसी कारणवश अब तक नहीं हो पाया है। अभियान में गर्भवती माताओं को टीटी प्रथम, द्वितीय एवं बूस्टर का टीका लगाया जाएगा। इसके अलावा बच्चों को बीसीजीए, ओपीबीए, पेंटावाइलेंट, रोटा वायरस का टीका आईपीबी व एमआर के टीके लगाए जाएंगे। टीकाकरण अभियान से पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले में सर्वे करेगी।
राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस 10 और 17 अगस्त को, जिले के 3 लाख 88 हजार बच्चों को दवाई खिलाने का लक्ष्य
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस की तैयारियों की समीक्षा की। अभियान के नोडला एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ सलिल मिश्रा ने बताया कि 10 अगस्त को राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस मनाया जाएगा। इस दिवस को जिले के 1 वर्ष से 19 वर्ष के लगभग 3 लाख 88 हजार बच्चों को कृमि नाशक दवाईयां खिलाई जाएगी। बच्चो तीन वर्गों में बांटा गया हैं। 1 से 2 वर्ष के बच्चों को आधी दवा खिलाई जाएगी। इसी प्रकार 2 से तीन वर्ष के बच्चों को एक गोली पीस कर खिलाई जाएगी। इसी तरह 3 से 19 वर्ष के बच्चों को एक गोली चबाकर खिलाने का निर्देश है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से मुर्त रूप दिया जाएगा।