मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश के युवाओं को उनके जिले स्तर पर ही रोजगार और स्वरोजगार के सुनहरे अवसर देने का विशेष प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में कबीरधाम जिला प्रशासन द्वारा युवाओं को रोजगार देने और स्व रोजगार से जोड़ने ग्राम महराजपुर स्थित जिला परियोजना लाईवलीहुड कॉलेज में जिला स्तरीय रोजगार और स्वरोजगार मेला का आयोजन किया गया। जहां 1021 युवाओं रोजगार और स्वरोजगार के लिए चयनित किया गया। इसमें 442 रोजगार के लिए 579 स्वरोजगार के लिए चयनित हुए है साथ ही स्वरोजगार के लिए विभिन्न विभागों के माध्यम से अनुदान देते हुए 386 हितग्राहियों को 09 करोड़ 17 लाख रुपए का स्वरोजगार के लिए ऋण प्रदान किया गया। रोजगार और स्वरोजगार के लिए राशि मिलने से युवाओं के चेहरे पर खुशी झलक रही थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप कलेक्टर जनमेजय के मार्गदर्शन में रोजगार मेला का आयोजन किया गया। बेरोजगारी भत्ते की किश्त जारी करने के दौरान मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा है कि आपको बेरोजगारी भत्ते से सहायता मिल रही है, लेकिन मुझे बेरोजगारी भत्ता देने से ज्यादा खुशी तब होगी जब आपके हाथ में रोजगार होगा। बेरोजगारी भत्ता एक छोटा सा सहयोग भर है, जिसके माध्यम से आप अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकें। इसी के अनुरूप ही जिले के ग्रामीण एवं शहरी बेरोजगारी भत्ता पात्र एवं अन्य युवाओं को निजी क्षेत्र में नियोजित करने, स्वरोजगारोन्मुखी योजनाओं, ऋण, लोन, कौशल विकास प्रशिक्षण योजना से लाभान्वित करने रोजगार मेला का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला पंचायत संदीप अग्रवाल उपस्थित थे।
जिला स्तरीय रोजगार मेला में शासन के विभिन्न योजनाओं के तहत स्वरोजगार के लिए हितग्राहियों को लाभान्वित किए गए। इसके अंतर्गत उद्यान, मछली पालन, पशु चिकित्सा, जिला अंत्याव्सायी, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, ग्रामोद्योग, अग्रणी बैंक के तहत 579 हितग्राहियों को ऋण के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। लीड बैंक द्वारा 386 हितग्राहियों को 09 करोड़ 17 लाख रुपए का स्वरोजगार के लिए ऋण प्रदान किया गया। इसके साथ ही 1 हजार 187 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें रोजगार के लिए 612 और प्रशिक्षण के लिए 575 लोगों ने आवेदन दिया। रोजगार मेला में 1021 युवाओं रोजगार और स्वरोजगार के लिए चयनित किया गया। इसमें 442 रोजगार के लिए 579 स्वरोजगार के लिए चयनित हुए है। बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले हितग्राही एवं अन्य युवा वर्ग द्वारा रोजगार मेला में खासी रुचि दिखाई दी।
कलेक्टर जनमेजय महोबे लाईवलीहुड कालेज में आयोजित जिला स्तरीय रोजगार और स्वरोजगार मेला में पहुंचे। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की बेरोजगारी भत्ता योजना का उद्देश्य बेरोजगारों को मात्र बेरोजगारी भत्ता देना ही नहीं बल्कि उनकी अभिरूचि के अनुसार प्रशिक्षण देकर कौशल उन्नयन करके उनको रोजगार-स्वरोजगार उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि आईटीआई, पॉलिटेक्निक और लाइवलीहुड कॉलेज में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा रीपा की स्थापना की गई है, जिसके माध्यम से समूहों को स्व रोजगार से जोड़ा गया है। विभागों के माध्यम से अनुदान देकर लाभांवित किया जा रहा है।
कलेक्टर महोबे ने कहा कि वर्तमान में केवल पढ़ाई करना ही काफी नहीं है, इसके साथ अतिरिक्त स्किल में परिपक्व होने की भी जरूरत है। इसके लिए जिले में प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। जिले के युवाओं को इसका लाभ लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जिला स्तरीय रोजगार मेला का आयोजन किया गया है। आगामी समय में जरूरत पड़ने पर विकासखंड स्तर पर भी आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर कलेक्टर ने स्वरोजगार के हितग्राहियों और रोजगार के लिए चयनित युवाओं को नियुक्ति प्रमाण देकर उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर जनमेजय महोबे और जिला पंचायत सीईओं संदीप अग्रवाल ने जिला स्तरीय रोजगार और स्वरोजगार मेला में आए युवाओ से चर्चा करते हुए उनके शैक्षणिक योग्यता और उनके रूची के बारे में जानकारी ली। उन्होंने युवाओं से कहा कि सफल होने के लिए लगातार मेहनत करते रहें। इससे सफलता जरूर मिलेगी। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों और निजी प्रतिष्ठानों द्वारा लगाएं गए स्टॉलों का निरीक्षण कर जानकारी ली। इस दौरान जिला रोजगार अधिकारी प्रमोद जैन, सहायक संचालक आशीष दीवान, जिला व्यापार उद्योग विभाग के महाप्रबंधक डी.एल. पुषाम, कृषि विभाग के उपसंचालक राकेश शर्मा, मत्स्य विभाग के सहायक संचालक रामधन सिंह सहित जिला स्तरीय अधिकारी, संबंधित प्रतिष्ठान के प्रतिनिधि, स्व सहायता समूह की महिलाएं सहित युवा उपस्थित थेसमाचार I