कलेक्टर जनमेजय महोबे ने आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में बैठक लेकर जिले में वर्षा की स्थिति, खरीफ फसलां की तैयारी एवं समितियों में बीज एवं खाद की उपलब्धता के संबंध में कृषि एवं अन्य समवर्गी विभागों की समीक्षा की। कलेक्टर ने बैठक में जिले में वर्षा, बीज और फसल स्थिति की जानकारी ली। कलेक्टर ने जिले के तहसीलवार वर्षा की स्थिति की समीक्षा करते हुए धान की बुआई और रोपाई की जानकारी ली। बैठक में कम वर्षा वाले क्षेत्रों की समीक्षा करते हुए जिले में धान बीज और उर्वरक भण्डारण की स्थिति की जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में वर्षा ऋतु प्रारंभ होने से जिले के सभी किसान खरीफ फसलों की तैयारी में जुट गए हैं, जिसके अंतर्गत जिले में धान एवं अन्य दलहन, तिलहन फसलों की बुवाई कार्य प्रगतिरत है।
कलेक्टर ने बैठक में गोधन न्याय योजना एवं उनके अंतर्गत संचालित गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण एवं विक्रय, उठाव, गौठानों में पशु शिविर, रोका छेका, बाड़ी विकास, राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत तहसीलों में किसानों का सत्यापन, समितियों में बैंक खाते का सत्यापन, वर्षा की स्थिति, समितियों में बीज, उर्वरक एवं वितरण की गहनता से समीक्षा की। बैठक में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, अपर कलेक्टर इंद्रजीत बर्मन, कृषि विभाग के उपसंचालक राकेश शर्मा सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर महोबे ने बैठक में नोडल अधिकारी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक को के.सी.सी. के माध्यम से किसानों की मांग अनुसार शत्-प्रतिशत वर्मी खाद का वितरण करने, राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत सत्यापन के लिए शेष किसानों का सत्यापन कार्य दो दिवस के अन्दर पूर्ण करने, दोनों शक्कर कारखानें के प्रबंध संचालकों को गन्ना प्रोत्साहन राशि जल्द से जल्द जारी करने एवं अन्य सभी विभागों को आगामी 17 जुलाई को गौठानों में हरेली त्योहार मनाने एवं रोका-छेका कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के संबंध में दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने जिले में वर्षा की स्थिति, खरीफ फसलां की तैयारी एवं समितियों में बीज एवं खाद की उपलब्धता के संबंध में कृषि एवं अन्य समवर्गी विभागों की समीक्षा बैठक ली। समीक्षा के दौरान कृषि उप संचालक राकेश शर्मा ने बताया कि जिले में आज दिनांक तक 209 मि.मी. औसत वर्षा हो चुकी है, जो कि पिछले 10 वर्षों के औसत वर्षा का 87 प्रतिशत है एवं वर्तमान में फसलों की स्थिति अच्छी है। जिले में आगामी समय में कम वर्षा की स्थिति निर्मित होने पर बीज निगम एवं कृषि विज्ञान केन्द्र में धान की कम अवधि में पकने वाले किस्मों एवं दलहनी, तिलहनी फसलों की बीजों की पर्याप्त उपलब्धता है, जो किसानों द्वारा मांग करने पर तत्काल सेवा सहकारी समितियों में भंडारित कर दिया जाएगा। समितियों एवं निजी कृषि केन्द्रों के माध्यम से 39 हजार मेट्रिक टन रसायनिक उर्वरकों का वितरण कराया जा चुका है एवं जिले में कहीं भी उर्वरकों की कमी नहीं है। जिले के सभी सक्रिय गौठानों में गोबर खरीदी निरंतर करते हुये वर्मी खाद उत्पादन किया जा रहा है। राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत तहसील एवं सेवा सहकारी समिति कार्यालयों में प्रथम किस्त भुगतान हेतु लंबित किसानों के भूमि एवं बैंक खातों का सत्यापन 80 प्रतिशत से अधिक पूर्ण कर लिया गया है।