कवर्धा, 3 सितंबर 2025। जिले में फसल सर्वेक्षण को अधिक सटीक, सरल और पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसी कड़ी में कलेक्टर गोपाल वर्मा ने सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के ग्राम खड़ौदा पटवारी हल्का नंबर 6 खसरा नंबर 172/1 में किसान पुरुषोत्तम, नरोत्तम, विमला के खेत पहुंचकर डिजिटल क्रॉप सर्वे का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सर्वेयर द्वारा मोबाइल से खेत और फसल का फोटो खींचकर भूलेख पोर्टल में अपलोड करने तथा तहसीलदार की आईडी से अप्रूवल की प्रक्रिया की जानकारी ली। कलेक्टर ने स्वयं एक खेत में सर्वे कर एप में डेटा अपडेट कर पूरी प्रक्रिया का अवलोकन किया।
कलेक्टर वर्मा ने सर्वेयरों को निर्देश दिए कि वे गंभीरता और त्रुटिरहित तरीके से कार्य संपन्न करें। उन्होंने कहा कि सर्वे कार्य की सतत निगरानी हो तथा आंकलन पूरी तरह गुणवत्ता पूर्ण और वास्तविक तथ्यों पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि डिजिटल क्रॉप सर्वे से किसानों को योजनाओं का लाभ तेजी से मिलेगा और कृषि नीति अधिक प्रभावी बनेगी। जिले के 863 ग्रामों में कुल 3 लाख 64 हजार 909 खसरे का सर्वे किया जाना है, जिसमें अब तक 1 लाख 92 हजार 241 खसरे (लगभग 53 प्रतिशत) का कार्य पूरा हो चुका है।
डिजिटल क्रॉप सर्वे की प्रक्रिया में सर्वेयर खेत में जाकर फसल की वास्तविक स्थिति दर्ज करते हैं और उसकी फोटो एग्रीटेक एप पर अपलोड करते हैं। इस डेटा का सत्यापन बाद में पटवारी एवं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जाता है। कलेक्टर ने कहा कि इस सर्वे से किसानों को कई प्रकार के लाभ मिलेंगे। फसल बीमा योजना और क्षति आकलन अधिक पारदर्शी व वैज्ञानिक होंगे। पात्र किसानों को कृषि योजनाओं का लाभ समय पर मिल सकेगा। साथ ही फसल उत्पादन का अत्याधुनिक डाटाबेस तैयार होगा, जिससे धान खरीदी व्यवस्था एवं भविष्य की कृषि नीति और मजबूत बनाई जा सकेगी। किसानों को समय-समय पर तकनीकी मार्गदर्शन और आर्थिक सहयोग भी आसानी से उपलब्ध हो सकेगा। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी
शिल्पा देवांगन, डिप्टी कलेक्टर बीआर देवांगन, तहसीलदार डॉ विवेक गोहिया, नायब तहसीलदार हुलेश्वर पटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
