सुतियापाट नहर विस्तारीकरण और पड़कीपार में डैम निर्माण की मांग को लेकर भावना बोहरा ने ग्रामीणों के साथ मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन*
कबीरधाम। जिले के सहसपुर लोहरा ब्लॉक में पूर्व घोषित सुतियापाट जलाशय के नहर विस्तारीकरण कार्य को लेकर अब तक छत्तीसगढ़ सरकार का रवैय्या उदासीन रहा है। कई बार इसके निर्माण को लेकर जनप्रतिनिधि एवं किसानों ने कई आन्दोलन किये ज्ञापन सौंपे लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। इसी के तहत भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री एवं कबीरधाम जिला पंचायत की सभापति भावना बोहरा एवं सहसपुर लोहरा ब्लॉक के ग्रामीणजनों ने एक बार पुनः सिंचाई की समस्या का समाधान करने और पर्याप्त जल उपलब्ध कराने के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर जन्मेजय महोबे को मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी हेतु किसानों की बहुप्रतीक्षित पड़कीपार-बड़ौदा जलाशय परियोजना के सर्वे एवं बांध तथा नाली निर्माण की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
विदित हो कि सहसपुर लोहारा क्षेत्र के सुतियापाट बांध से बने दाहिने नहर लाइन की लंबाई 16 किलोमीटर और बढ़ाना है। इससे 26 गांव के 3250 हेक्टेयर खेतों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। किसानों की इस बहुप्रतीक्षित मांग के लिए पूर्व की भाजपा सरकार ने वर्ष 2017 में परियोजना के लिए 16.50 करोड़ रुपये स्वीकृत दी थी, लेकिन चार वर्ष से भी अधिक समय गुजर जाने के बाद भी जल संसाधन विभाग ने काम शुरु नहीं किया है। इसे लेकर क्षेत्र के किसानों में नाराजगी और आक्रोश साफ़ दिखाई दे रहा है। वर्ष 2018 में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस की सरकार आने के बाद से यह परियोजना ठन्डे बस्ते में है और हजारों किसान सिंचाई के लिए पानी की समस्या से जूझ रहें हैं। इस सन्दर्भ में कई बार किसानों,क्षेत्रवासियों ने आन्दोलन किये वर्ष 2020 में भी भावना बोहरा ने किसानों के साथ रैली एवं पदयात्रा निकालकर कवर्धा कलेक्टर को राज्यपाल के नाम से ज्ञापन सौंपते हुए कार्य को जल्द पूर्ण करने की मांग की थी, उसके बावजूद आज तक स्थिति जस की तस है।
इसी संबंध में भावना बोहरा ने बताया कि जब से राज्य में कांग्रेस की सरकार आई है किसानों के साथ लगातार अन्याय किया जा रहा है। स्वीकृति मिलने के बाद भी इस परियोजना को आब तक जबरन रोक दिया गया है। इन सभी क्षेत्रों में निवासरत किसानों के आय का मुख्य श्रोत खेती है परन्तु सिंचाई के लिए जल की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण यहां सूखा और अकाल जैसे स्थिति निर्मित होती दिख रही है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन से बार-बार गुहार लगाने के बाद भी किसानों को उनका अधिकार नहीं दिया जा रहा है। किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल नहीं मिल रहा है जिसके कारण खेतों की उपज साल दर साल कम होती जा रही है। जिसके कारण किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। पूर्व में भी कई बार इस मांग को लेकर प्रदर्शन व सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से लेकर शासन के वरिष्ठ अधिकारियों एवं मंत्रियों को भी ज्ञापन दिया जा चुका है उसके बाद भी कोई कार्य शुरू नहीं हुआ।
भावना बोहरा ने आगे कहा कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र जिला पंचायत कबीरधाम क्षेत्र क्रमांक 12 में भी किसानों को पर्याप्त जल नहीं मिल पा रहा है, जल स्तर नीचे जाने की वजह से किसानों के सफल को नुकसान हो रहा है। पड़कीपार-रामपुर बांध परियोजना से जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 12 अंतर्गत ग्राम बड़ौदा, उड़ियाखुर्द, चिलमख़ोद्रा, बुधवारा, कारेसरा, गंगीबहरा, हथलेवा, सिंघनपुरी, गोछिया, घटोली एवं रामपुर में किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी। इन सभी गाँव में निवासरत किसानों की मुख्य आय का साधन एक मात्र कृषि ही है, वर्तमान में उन्हें पानी की घोर समस्या से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में इस जलाशय के निर्माण होने से क्षेत्र के सभी किसानों को आर्थिक एवं मानसिक संबल मिलेगा। किसानों की इसी पीड़ा को देखते हुए उसके समाधान के लिए ग्रामवासियों के साथ मिलकर आज मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में हमने साफ़ कहा है कि यदि आगामी 15 दिनों के भीतर सुतियापाट जलाशय के विस्तारीकरण का कार्य एवं पड़कीपार-बड़ौदा जलाशय परियोजना के सर्वे एवं बांध तथा नाली निर्माण की मांग को पूरा नहीं किया जाता है तो हजारों की संख्या में किसान भाई-बहनें सड़कों पर उतरकर विराट आन्दोलन करेंगे।
जबसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आई है केवल भ्रष्टाचार, अपराधियों को संरक्षण एवं अवैध कारोबार को बढ़ावा दे रही है। जनता से उनका अधिकार छिनने वाली राज्य सरकार ने 2000 करोड़ का शराब घोटाला किया, अपनी जेबें भरने के लिए जनता के जेब में डांका डालने का काम किया है। कोयला घोटाला, पीडीएस घोटाला, पीएससी घोटाला, गोठान के नाम पर घोटाला, प्रदेश को ट्रान्सफर उद्योग बना दिया और भी कई घोटाले एवं जनता से वादाखिलाफी राज्य सरकार ने की है जिनकी फ़ेहरिस्त बहुत ही लम्बी है। विगत साढ़े 4 वर्षों से कबीरधाम जिले के किसान सिंचाई के लिए पर्याप्त जल हेतु त्राहिमाम कर रही है, सड़कों पर उतर के आन्दोलन कर रही है लेकिन अभी तक स्वीकृति मिलने के बाद भी सुतियापाट नहर विस्तारीकरण का कार्य शुरू नहीं हुआ है जो यहां के हजारों किसानों और उनके परिवारों के साथ अन्याय है। खुद को किसान हितैषी और किसान पुत्र कहने वाले मुख्यमंत्री, किसानों की समस्या का समाधान करने में पूरी तरह विफल रहें हैं।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष राघवेन्द्र वर्मा, पियूष सिंह ठाकुर, जिला मंत्री रोशन दूबे, मण्डल महामंत्री राजेंद्र साहू, मण्डल महामंत्री धरमपाल कौशिक, बसंत शर्मा, परमानंद शर्मा, बसंत बोहरा, चेतन शुक्ला, राजू पटेल, हुलास वर्मा, शेखू जायसवाल, रोहित मेरावी,इंदल धुर्वे,दानी साहू,रोमन साहू,दिगनेश पटेल,रोहित पटेल,अघनसिंह, कौशल, मनी सेन, धनराज सिंह परमार बनिया,वीरू कहार,शेषनारायण अग्रवाल,नारायण साहू,सत्यम अग्रवाल, शत्रुहन साहू,रघुनंदन साहू,मोहन साहू, नरेश साहू, राजू साहू, धनीराम वर्मा,तुलसी वर्मा, राजेन्द्र साहू, लोकनाथ पाल,भूपेंद्र वर्मा,डोलेश मानिकपुरी, टेकम मेरावी,कमलेश धुर्वे,रमेश मेरावी, सुरेश साहू,राधे ठाकुर,छत्रपाल सिन्हा, गोरेलाल साहू, किशन साहू,मीना पटेल,वेदवती खुसरो, ललिता सिन्हा, सरोज बाई, बिमला,भेदु बाई,ईश्वर साहू,ओमप्रकाश साहू,बेदलाल साहू,कमलेश मिश्रा, हरि साहू,प्रमोद दास मानिकपुरी सहित क्षेत्र के किसान एवं ग्रामवासी उपस्थित थे