अतिक्रमण ने रोक रखा है कवर्धा का विकास, प्रशासन अब हरकत में; कलेक्टर ने खुद संभाला मोर्चा

कवर्धा। शहर की सड़कों पर वर्षों से पसरा अतिक्रमण अब विकास में सबसे बड़ी बाधा बन चुका है। तंग गलियों, अव्यवस्थित यातायात और नागरिकों की बढ़ती परेशानी के बीच आखिरकार प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। खुद कलेक्टर गोपाल वर्मा और नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी ने मोर्चा संभालते हुए सड़क चौड़ीकरण अभियान की कमान अपने हाथों में ले ली है।
ठाकुर देव चौक से हाईटेक बस स्टैंड तक सड़क निर्माण कार्य का जायज़ा लेते हुए, कलेक्टर ने घर-घर जाकर वार्डवासियों से अतिक्रमण हटाने की अपील की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब शहर के विकास में कोई बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रशासन के इस कदम को वार्डवासियों का भी खुला समर्थन मिला है – लोगों ने स्वेच्छा से अपने अतिक्रमण हटाकर उदाहरण पेश किया।
कलेक्टर वर्मा ने कहा, “यह सिर्फ सड़क नहीं, कवर्धा के भविष्य की नींव है। अतिक्रमण हटाना जरूरी है ताकि शहर की रफ्तार ना थमे।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य तय समय-सीमा में, पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।
नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी ने भी कहा कि यह सड़क “समृद्ध कवर्धा-सुव्यवस्थित कवर्धा” मॉडल की रीढ़ होगी। यह हाईटेक बस स्टैंड को शहर से जोड़ने का मुख्य मार्ग बनेगा, जिससे आवागमन सुगम और व्यापारिक गतिविधियाँ तेज़ होंगी।
11 करोड़ रुपये की लागत से बन रही यह 4.20 किमी लंबी सड़क, कवर्धा के बुनियादी ढांचे को मजबूती देगी और यातायात दबाव से राहत दिलाएगी। इस अभियान में अपर कलेक्टर मुकेश रावटे, सीएमओं रोहित साहू, पार्षद रिंकेश वैष्णव, अजय ठाकुर, सुनील साहू सहित कई जनप्रतिनिधि व नागरिक भी मौजूद रहे।
