कवर्धा में 24वीं छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय जूनियर कबड्डी चैम्पियनशिप का हुआ भव्य आगाज ,कबड्डी प्रतियोगिता में प्रदेश के 60 टीमों के 840 खिलाड़ी ले रहे हिस्सा
खेल हमें जीवन के संघर्षों से लड़ने और एक-दूसरे के लिए जीने की प्रेरणा देता है- उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा
कवर्धा । कवर्धा के पीजी कॉलेज के इनडोर स्टेडियम में 24वीं तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय जूनियर बालक-बालिका कबड्डी चैम्पियनशिप का आगाज उत्साह और गरिमा के साथ हुआ। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, सांसद संतोष पांडे और पंडरिया विधायक भावना बोहरा सहित गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन और राजगीत के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने शौर्य और खेल भावना के प्रतीक ध्वज को फहराकर प्रतियोगिता की शुरुआत की। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने अपने संबोधन में कबड्डी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कबड्डी ऐसा खेल है जिसमें खिलाड़ी मरने के बाद जिंदा हो जाता है। यह खेल हमें जीवन के संघर्षों से लड़ने और एक-दूसरे के लिए जीने की प्रेरणा देता है।
उन्होंने कबड्डी को सबसे प्रेरणादायक खेल बताया और सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि कबड्डी केवल एक खेल नहीं बल्कि जीवन जीने की एक कला है। यह खेल अनुशासन, समर्पण और टीम भावना को सिखाता है, जो हमें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है। कबड्डी हमारे अंदर साहस और संयम का विकास करता है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस खेल में आत्मविश्वास, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और शारीरिक फिटनेस का अद्भुत संगम है। यह खेल न केवल शारीरिक विकास करता है, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत बनाता है। उन्होंने कहा कि कबड्डी जैसे खेल हमें संघर्ष के दौरान हार न मानने और हर चुनौती का सामना करने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। ’
खेलो इंडिया’ और अन्य योजनाओं के माध्यम से राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंच प्रदान किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों से अपने प्रदर्शन में शत-प्रतिशत देने और खेल भावना बनाए रखने की प्रेरणा दी।
सांसद संतोष पांडे ने कहा कि कवर्धा में इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों का आना हमारे जिले के लिए गर्व की बात है। इस प्रतियोगिता में से राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा। कबड्डी एक दार्शनिक खेल है जिसमें अनुशासन और भारत की संस्कृति का गहरा संबंध है। उन्होंने प्रतिभागियों से सुदूर क्षेत्रों से आए अन्य खिलाड़ियों के साथ सहयोग और खेल भावना दिखाने का आह्वान किया। पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रतियोगिता के लिए खिलाड़ियों ने पूरे वर्ष मेहनत की है और अब समय है कि उनकी मेहनत का परिणाम सामने आए।
उन्होंने कहा कि कबड्डी न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। खेलों में उज्ज्वल भविष्य है, और ’खेलो इंडिया’ जैसे कार्यक्रमों से कई युवा राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहे हैं। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य रामकुमार भट्ट, पूर्व विधायक अशोक साहू, अवधेश चंदेल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष पटेल, कवर्धा जनपद अध्यक्ष इंद्राणी दिनेश चंद्रवंशी, उपाध्यक्ष डॉ. बीरेन्द्र साहू, कब्बडी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश चंद्रवंशी, कैलाश चंद्रवंशी, चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
प्रतियोगिता में 60 टीमों के 840 खिलाड़ी ले रहे हिस्सा
कब्बडी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश चंद्रवंशी ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रदेश के सभी जिलों से 60 टीमों के लगभग 840 प्रतिभागी शामिल हुए हैं। इनमें 28 बालिका टीम और 32 बालक टीम हैं। यह राज्य स्तरीय प्रतियोगिता खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा मौका है। तीन दिवसीय प्रतियोगिता का उद्देश्य केवल खेल कौशल का प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की समृद्ध खेल संस्कृति को बढ़ावा देना भी है। खेलों को बढ़ावा देने और नई पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह समर्पित है।