कृषि विज्ञान केन्द्र में कृषक जागरूकता सह आदान सामाग्री वितरण कार्यक्रम का किया गया आयोजन
कवर्धा । कृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृषि मौसम विज्ञान विभाग इंदिरा गांधी कृषि विष्वविद्यालय, रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता एवं बीज वितरण कार्यक्रम का आयोजन 18 नवंबर को ‘’जलवायु परिवर्तन का कृषि पर प्रभाव एवं प्रतिरोधक कृषि तकनीक‘‘ विषय पर कृषक जागरूकता सह आदान सामाग्री वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अनुसूचित जाति विशेष कार्यक्रम अंतर्गत फसल प्रदर्शन भी आयोजित किया जा रहा है।
योजनांतर्गत चयनित ग्राम बिरकोना, धरमपुरा एवं नेवारी में चना, अलसी एवं तिवड़ा के फसल का प्रदर्शन लिया जा रहा है। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य उन्नत उत्पादन और जोखिम प्रबंधन प्रौद्योगिकियों के विकास और अनुप्रयोग के माध्यम से जलवायु परिवर्तनशीलता और जलवायु परिवर्तन के प्रति फसलों, पशुधन और मत्स्य पालन को कवर करने वाली भारतीय कृषि की लचीलापन को बढ़ाना है।
वर्तमान जलवायु जोखिमों के अनुकूल होने के लिए किसानों के खेतों पर साइट विशिष्ट प्रौद्योगिकी पैकेजों का प्रदर्शन करना। जलवायु अनुकूल कृषि अनुसंधान और इसके अनुप्रयोग में वैज्ञानिकों और अन्य हितधारकों की क्षमता को बढ़ाना। वैज्ञानिक कृषि मौसम विज्ञान विभाग, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर डॉ. जे. एल. चौधरी ने बताया कि इस परियोजना के तहत किसानों को जलवायु परिवर्तन से कृषि पर होने वाले परिणाम तथा उनसे बचने के उपाय से अवगत कराया, जिससे उनकी फसल की लागत को कम कर, अधिक मुनाफा ले सकें।
मौसम के विपरित प्रभाव से होने वाले हानि से बचने के लिए दलहन, तिलहन के खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। डॉ. बी. पी. त्रिपाठी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख ने जलवायु परिवर्तन से कीट एवं रोग संक्रमण में होने वाले प्रभावों एवं उनके बचने के उपायों के बारे में अवगत कराया। इस कार्यक्रम में बालबृन्द सिंह परिहार और इंजी. टी. एस. सोनवानी, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र एवं 100 से अधिक कृषक मौजूद थे।