जल जीवन मिशन के तहत कबीरधाम जिले के वनांचल क्षेत्र के दूरस्थ पहुंचविहिन इलाकों में शुद्ध पेय जल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। जल जीवन मिशन योजना के तहत जिले के प्रत्येक ग्राम के बसाहट के हर घर में नल कनेक्शन दिया जा रहा है। विकासखण्ड बोडला के सुदूर वनांचल क्षेत्र के प्रमुख निवासी आदिवासी बैगा जनजाति के बाहुल्य ग्राम पंचायत कमाडबरी के आश्रित ग्राम काशिपानी में ग्रामीणों को उनके घर तक पाइप लाईन बिछाकर नल कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। ग्राम के प्रत्येक घर के लोगों को शुद्ध पेयजल मिलने लगा है। योजना के पूर्व काशीपानी गांव के लोग पीने के पानी के झिरिया, हैंडपंप, कुआ , नदी जैसे स्त्रोतों पर निर्भर रहते थे। पूर्व में तकनीकी रूप से गांव के ग्रामीण शुद्धता का मापन पानी की गंदला पन या सफाई को देखकर किया करते थे। साथ ही उनमें जागरूकता का आभाव था।
बैगा बाहूल ग्राम काशीपानी में जल जीवन मिशन योजना लागू होने से ग्राम के 42 घरों में नल से जल मिलने से ग्रामीणों में उत्साह का वातावरण निर्मित है। साथ ही लोगो में जन जागरूकता लाने के लिए ग्राम सभा में जल संबंधित चर्चा व व्यापक प्रचार प्रसार भी किए जाने लगा। जिसमे लोगो को स्वच्छ पीने के पानी की शुद्धता एवं अच्छे स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हुए। गांव में रहने वाली झँगली बाई (78 वर्षीय) ने बताया कि पहेल उन्हे पीने के पानी के लिए बहुत दूर जाकर झिरिया खोदकर या कुआ से पानी लाना पढ़ता था इसके अलावा का गर्मी के दिनों में नदी सुख जाने की वजा से पानी के लिए काफ़ी समस्या का सामना करना पढ़ता था। अब घर के आंगन में ही पानी भरने की सुविधा उपलब्ध हो जाने से उन्हे पानी लाने बाहर नही जाना पड़ता। उन्होंने बताया कि जल का उपयोग खाना पकाने के साथ-साथ घर की बड़ियो में भी उपयोग किया जाता है। पानी के बिना बहुत सारे काम प्रभावित होते है। घर में पानी की उपलब्धता हो जाने से घरेलू कार्यों को पूरा करने में उसके परिवार को बहुत सुविधा होती है। इससे समय की बचत होती है। हितग्राही दुखिया बाई ने बताया की पहले अपने दैनिक आवश्कता के लिए पानी भरने के हैंडपंप जाना पड़ता था जहा पानी भरने के लिए लम्बी कतार में अपनी बारी का इंतजार करना करना पड़ता था। लेकिन अब घर में ही नल से जल मिलने से उनका जीवन सहज हो गया है घर में नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए झंगाली बाई व दुखीया बाई केंद्र, राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए सहृदय धन्यवाद दिया।