कबीरधाम जिले मे कंजेक्टिवाइटिस संक्रमण के रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए आज कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर आदिम जाति विकास विभाग द्वारा संचालित आश्रम, छात्रावास अधीक्षकों की कार्यशाला आयोजित की गई। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कंजेक्टिवाइटिस के संक्रमण लगातार बढ़ रहे है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने गुरूवार स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक लेते हुए जिले में कंजेक्टिवाइटिस की रोकथाम के लिए अधिकारियों को प्रभावी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे। इस तारतम्य में आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में संक्रमण के रोकथाम के लिए आश्रम, छात्रावास अधीक्षकों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए है। बैठक में संयुक्त कलेक्टर एवं आदिम जाति विकास विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त डॉ. मोनिका कौड़ो ने बताया कि कंजेक्टिवाइटिस से बचने के उपायों और सावधानियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
कार्यशाला में जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. पुरूषोत्तम राजपुत ने कहा कि विद्यार्थियों को यह बताया जाए हाथों को बिना साफ किए हाथ आंखों में ना लगाएं, जिससे संक्रमण ना हो। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कंजेक्टिवाइटिस के मरीजों का प्राथमिकता के साथ इलाज किया जाए। ताकि उन्हें अस्पतालों में ज्यादा समय न रुकना पड़े। स्कूलों में भी यदि किसी बच्चे को कंजेक्टिवाइटिस होता है तो संक्रमण से बचने के लिए उन्हें घर भेजा जाए। इसके साथ ही उन्होंने स्नेक बाईट एवं इसेक्ट बाईट विषय पर विस्तृत जानकारी दी।
कंजेक्टिवाइटिस से डरने की नहीं, सावधानी की जरूरत
बैठक में बताया कि कंजेक्टिवाइटिस से डरने की जरूरत नहीं है, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक जांच और उपचार की व्यवस्था है। लोगों को निःशुल्क दवाईयां दी जा रही हैं। अस्पतालों में यह ध्यान रखा जाए कि यदि संक्रमण है तो आपरेशन नहीं किया जाए। विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि सामान्यतः यह बीमारी 3 दिन में ठीक हो जाती है। यदि ठीक नहीं होती, आंखों में तकलीफ रहती है या दृष्टि में धुंधलापन आता है तो नेत्र विशेषज्ञ को तुरंत दिखाएं। लोग हाथ मिलाने से बचें और बिना साफ किए हाथ आंखों में ना लगाएं।